राजस्थान के इस जिले में आवारा कुत्तों का कहर! ढाई साल की बच्ची को दबोचकर फाड़ दिया आधा गाल, ऐसे बची जान

अलवर में घर के बाहर खेल रही ढाई साल की बच्ची पर कुत्ते ने हमला कर दिया। हमले में कुत्ते ने उसका आधा गाल फाड़ दिया, माथा और नाक नोच डाला। घटना के बाद ग्रामीणों ने कुत्ते को लाठियों से पीट-पीटकर मार डाला। घटना अलवर के नगला समावधी के गांधीनगर इलाके में बुधवार सुबह 7 बजे हुई। बताया जा रहा है कि कुत्ते ने मासूम बच्ची का मुंह अपने जबड़े में दबा लिया था। बच्ची का पिता कुछ दूरी पर खड़ा था, बच्ची के रोने और चीखने की आवाज सुनकर वह बच्ची की तरफ दौड़ा। पिता ने बच्ची के पैर पकड़कर उसे खींचा, तब जाकर कुत्ते ने उसे छोड़ा।
मासूम बच्ची का अलवर जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है, जहां उसके बाएं गाल पर 10 टांके लगे हैं। इससे पहले इस कुत्ते ने एक अन्य व्यक्ति के कान को काट लिया था। पिता से 10 फीट की दूरी पर थी मासूम: पिता राजकुमार ने बताया कि बुधवार सुबह वह और उसकी ढाई साल की बेटी ख्वाहिश घर के बाहर बैठे थे। कुछ सेकंड के लिए जब उनका ध्यान ख्वाहिश से हटा तो वह थोड़ी दूर चली गई। जब उन्होंने कुत्ते की गुर्राहट सुनी तो तुरंत पलटकर देखा। ख्वाहिश और कुत्ता करीब 10 फीट की दूरी पर थे। कुत्ते ने ख्वाहिश के मुंह को कसकर पकड़ रखा था।
राजकुमार ने बताया कि यह देखकर उनकी सांस फूल गई, वह तुरंत कुत्ते की तरफ दौड़े और पहले तो उसे भगाने की कोशिश की। लेकिन, जब कुत्ता नहीं भागा तो उन्होंने बच्ची का पैर पकड़कर खींचा। इसके बाद 3 सेकंड में कुत्ते ने ख्वाहिश के मुंह को छोड़ दिया। जनवरी से अब तक 4 हजार मामले सामने आ चुके हैं: डॉक्टरों ने बताया कि मासूम बच्ची का काफी खून बह चुका है। लेकिन, किस्मत से उसकी जान बच गई। बुधवार दोपहर तक अलवर जिले में कुत्तों के काटने के 12 मामले सामने आ चुके हैं। इसमें 4 साल से लेकर 63 साल तक के लोगों को कुत्तों ने काटा है। अप्रैल में 15 दिन में 550 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। जबकि जनवरी से अब तक करीब 4 हजार मामले सामने आ चुके हैं।
घर के बाहर खेल रही 4 साल की मासूम बच्ची के चेहरे पर आवारा कुत्ते ने हमला कर दिया। उसने उसके दोनों गालों पर पंजे मारे और चेहरे पर कई जगह खरोंचे। बच्ची चिल्लाई तो उसके परिजन दौड़कर बाहर आए। कुत्ते को बच्ची पर हमला करते देख उनकी सांसें थम गईं। परिजनों ने लाठी-डंडे लेकर शोर मचाया और बच्ची को कुत्ते के चंगुल से छुड़ाया।