Alwar 100वें गुरुमुख सम्मेलन में राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, मध्य प्रदेश, गुजरात से आई संगत
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गुरुमुख सम्मेलन में शामिल होने के लिए राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश सहित अनेक जगहों से संगत आई है। इसके बाद नगर कीर्तन शुरू हुआ, जो मनुमार्ग गुरुद्वारा पहुंचकर संपन्न हुआ। नगर कीर्तन के आगे संगत मार्ग को बुहारती चल रही थी। संत सुखदेव शाह अस्पताल के नर्सिंग कॉलेज के विद्यार्थी बैनर लिए चले रहे थे। भाई सुखविंदर सिंह हजूरी रागी ने,जिसके सिर ऊपर तू स्वामी सो दुःख कैसा पावै. और मेरे राम राम नू संता का संत तेरे... रागी जत्था शबद कीर्तन कर रहा था। आखिर में गुरुग्रंथ साहिब की झांकी थी। जगह- जगह संगतों ने संतरेन डॉ. हरभजन शाह सिंघ महाराज का स्वागत किया। नगर कीर्तन में उनके बेटे भी शामिल रहे। उनके आगे संगत मार्ग में पुष्प बिछाती चल रही थी।
नगर कीर्तन मनुमार्ग गुरुद्वारा पहुंचने पर जितेंद्र मदान (कुक्कू) ने अरदास की। इसके बाद से रागी जत्थो के कीर्तन से अखंड कीर्तन प्रारंभ हुआ। दोपहर में महिला संगत ने कीर्तन किया। इससे पहले गुरद्वारा सुखधाम में सुबह आसा दी बार का कीर्तन किया। फिर आरती एवं इसके बाद 3 दिवसीय अखंड पाठ शुरू हुआ। संगत की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 24 घंटे डाॅक्टर और एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है। सम्मेलन स्थल में असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। स्वागतकक्ष पर संगतों को विभिन्न जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। इनमें संगतों के ठहरने के स्थान, रेल बसों के टाइमटेबल, ट्रेनों में सीट उपलब्धता, पीएनआर स्टेटस की जानकारी शामिल है। ई-रिजर्वेशन की सुविधा भी उपलब्ध कराई है।