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Alwar में वृद्धा रास्ते से हुई लापता, बदमाशों ने लूटपाट व हत्या कर फेंका

 
Alwar में वृद्धा रास्ते से हुई लापता, बदमाशों ने लूटपाट व हत्या कर फेंका

अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर  शहर में अपने नवासे से मिलने आई बुजुर्ग महिला रोडवेज बस में से ही लापता हो गई। अज्ञात बदमाश वृद्धा का अपहरण कर ले गए। लूटपाट और हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद शव प्रागपुरा इलाके में फेंक गए। मंगलवार सुबह वृद्धा का शव खेत में पड़ा मिला। पुलिस ने लूटपाट और हत्या की धाराओं में मामला दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है।  जानकारी के अनुसार हरियाणा के गुरुग्राम के बोहरा कलां निवासी मेवा देवी (70) पत्नी रतनलाल मीणा करीब एक महीने पहले अलवर शहर के भैंरू का चबूतरा में अपने नवासे से मिलने आई थी। जिसे 3 मार्च को दोपहर करीब 12 बजे नवासे मयंक पुत्र बिजेन्द्र मीणा ने अलवर बस स्टैण्ड से हरियाणा रोडवेज में बैठाकर घर के लिए रवाना किया था, लेकिन मेवा देवी अपने घर नहीं पहुंची।

परिजनों ने उसकी तलाश की, लेकिन मेवा देवी के बारे में कुछ पता नहीं चला। इसके बाद नवासे मयंक ने शहर कोतवाली थाने में अपनी नानी मेवा देवी की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कराई। मंगलवार सुबह मेवा देवी का शव कोटपूतली-बहरोड़ जिले के प्रागपुरा इलाके में एक स्कूल के पीछे सरसों के खेत में पड़ा मिला। घटना की सूचना मिलने पर कोटपूतली-बहरोड़ एसपी वंदिता राणा सहित कई पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का जायजा लिया। शव को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया। वहीं, मृतका के पुत्र धर्मवीर सिंह पुत्र रतनलाल मीणा निवासी बोहरा कलां गुरुग्राम-हरियाणा हाल हरसौरा जिला कोटपूतली-बहरोड़ की रिपोर्ट के आधार पर लूट व हत्या का मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।

जहरखुरानी का संदेह : मृतका मेवा देवी ने गले में सोने के आभूषण, कानों में सोने के टॉप्स, पैरों में चांदी की पायजेब और दोनों हाथों में दो-दो चांदी की चूड़ियां पहने हुए थे। शव के पास से सोना-चांदी का आभूषण गायब मिले हैं। पुलिस को संदेह है कि बदमाशों ने पहले बस में नशीला पदार्थ पिलाकर वृद्धा का अपहरण किया हो। उसके बाद लूटपाट और हत्या की वारदात को अंजाम देकर शव को प्रागपुरा इलाके में सरसों के खेत में फेंक गए।

नहीं लिया गंभीरता से : सूत्रों के अनुसार वृद्धा मेवा देवी के लापता होने पर उनके नवासे ने 5 मार्च को ही अलवर शहर कोतवाली थाने में गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज करा दी थी। वृद्धा का एक रिश्तेदार भी राजस्थान पुलिस में अधिकारी है। उन्होंने वृद्धा के मोबाइल की आखिरी लोकेशन निकलवाई तो वह प्रागपुरा में आई। परिजनों का आरोप है कि उन्होंने अलवर कोतवाली पुलिस को इस बारे में जानकारी भी दी, लेकिन अलवर पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और वृद्धा की तलाश में पुलिस टीम तक नहीं भेजी।