अब मिलावटखोरों की खैर नहीं! राजस्थान में यहां बनाई जाएगी अत्याधुनिक फ़ूड लैब, लैंड का भी हुआ चयन

अलवर में जल्द ही अत्याधुनिक संसाधनों से सुसज्जित फूड लैब का संचालन शुरू हो जाएगा। इसके लिए जमीन चिन्हित कर ली गई है। इसके बाद प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति मिलते ही लैब का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार अलवर व भरतपुर में 75 करोड़ रुपए की लागत से नई फूड लैब का निर्माण होना है। बताया जा रहा है कि नई फूड लैब में जांच से जुड़े कई अत्याधुनिक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।
इससे खाद्य पदार्थों की समय पर जांच कर मिलावटखोरी के खिलाफ अभियान को गति मिलेगी। फिलहाल फूड लैब का संचालन अंबेडकर नगर स्थित यूआईटी भवन में अस्थाई रूप से किया जा रहा है, लेकिन जगह की कमी के कारण व्यवस्था प्रभावित हो रही है। जानकारी के अनुसार शहर में रेलवे स्टेशन से डेढ़ किलोमीटर के दायरे में नई फूड लैब बनाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत मुंगस्का स्थित जिला औषधि भंडार परिसर में जमीन चिन्हित कर ली गई है। यहां लैब संचालन के लिए पर्याप्त जगह की उपलब्धता भी है। हालांकि खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएचएआई) प्रयोगशाला अलवर जिले में करीब 50 साल से संचालित हो रही है।
पहले यह सामान्य अस्पताल परिसर में संचालित होती थी। लेकिन क्रिटिकल केयर यूनिट के निर्माण में जगह की कमी के कारण प्रयोगशाला को वहां से अस्थाई रूप से अंबेडकर नगर में स्थानांतरित कर दिया गया था। खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच के लिए फूड टेस्टिंग लैब बनाई जाएगी। इसके लिए जमीन चिह्नित कर ली गई है। आगामी दिनों में प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति मिलते ही इसका निर्माण शुरू कर दिया जाएगा।