Aapka Rajasthan

Alwar सरिस्का में सीटीएच की 54 हजार हेक्टेयर जमीन का म्यूटेशन खोला

 
Alwar सरिस्का में सीटीएच की 54 हजार हेक्टेयर जमीन का म्यूटेशन खोला
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर एनजीटी के आदेश का प्रशासन पर बड़ा असर हुआ है। सरिस्का क्रिटिकल टाइगर हैबीटेट (सीटीएच) की 54 हजार हैक्टेयर जमीन की म्यूटेशन प्रक्रिया शुरू कर दी है। सात तहसीलों के 84 गांवों की यह जमीन है। प्रशासन का दावा है कि इस प्रक्रिया को जल्द पूरा कर लिया जाएगा, लेकिन बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि 54 हजार हैक्टेयर जमीन प्रशासन के पास नहीं है।सैकड़ों हैक्टेयर जमीन में खानों को पट्टे तो हजारों हैक्टेयर जमीन पर होटल-रेस्टोरेंट चल रहे हैं। नदी, नाले, पहाड़, सिवायचक आदि जमीन पर भी प्रतिष्ठान खड़े हुए हैं। ऐसे में प्रशासन की सांसें फूली हुई हैं। प्रशासन के पास 54 हजार हैक्टेयर रकबा नहीं है। यह तभी पूरा होगा जब खानों से लेकर होटल-रेस्टोरेंट को दी गई जमीनें वापस होंगी। सरिस्का सीटीएच के नाम 88 हजार 111.24 हैक्टेयर जमीन है। यह जमीन अलवर, राजगढ़, टहला, नारायणपुर, बानसूर, मालाखेड़ा आदि तहसीलों में आती है।

प्रदेश सरकार ने इस जमीन का नोटिफिकेशन 2007-08 में ही कर दिया था। वर्ष 2022 में प्रदेश सरकार ने जिला कलक्टर को निर्देश दिए थे कि इस भूमि को वन विभाग के नाम दर्ज कर दिया जाए लेकिन अब तक 18425 हैक्टेयर ही जमीन वन विभाग के नाम आ सकी है। 18 हजार 676 हैैक्टेयर जमीन का रेकॉर्ड राजस्व के पास है, लेकिन यह जमीन भी वन विभाग के नाम दर्ज नहीं कराई गई। यह प्रकरण जैसे ही एनजीटी पहुंचा तो वहां इस पर कार्रवाई के निर्देश दिए। खुद संबंधित एसडीएम ने कोर्ट से 15 दिन से लेकर एक माह तक का समय इस कार्य के लिए मांगा है। इसी के साथ प्रशासन ने म्यूटेशन की प्रक्रिया तहसीलों में शुरू करवा दी है।

किसानों को भी प्रशासन को करना होगा संतुष्ट : हाल ही में कुछ गांवों के किसान मिनी सचिवालय में जिला कलक्टर को ज्ञापन देेकर गए थे। कहा था कि सीटीएच की जमीन का नामांतरण न हो। ऐसे में प्रशासन को भी किसानों को संतुष्ट करना होगा।