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Alwar जिले के कई चिकित्सा केंद्रों को है 'इलाज' की दरकार

 
Alwar जिले के कई चिकित्सा केंद्रों को है 'इलाज' की दरकार
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर जिले के कई चिकित्सा संस्थानों को मरीजों के इलाज से पहले खुद के इलाज की दरकार है। जानकारी के अनुसार जिले के 11 चिकित्सा संस्थान जर्जर भवन में संचालित हो रहे हैं। इसके साथ ही 67 संस्थानों को विभाग ने मरम्मत योग्य माना है। इनमें से अधिकांश चिकित्सा संस्थान ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित है। वहीं, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय भी वर्षों से जर्जर भवन में संचालित है।

इन चिकित्सा संस्थानों की स्थिति खराब : विभाग को दिसंबर 2023 में खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मालाखेड़ा, उप स्वास्थ्य केन्द्र खेरली सैय्यद, खेड़ी, नंगला बजीरका, खोह, बगड़ तिराहा, रामपुरा, बिरकड़ी, बामनवास, काकड़, देसूला और भजीट उप स्वास्थ्य केन्द्र जर्जर भवन में संचालित हैं। यहां चिकित्सा केन्द्रों के भवन जर्जर होने से दीवार व छत से प्लास्टर व चूना झड़-झड़ कर गिर रहा है। इसके कारण कभी भी कोई हादसा हो सकता है।

67 स्वास्थ्य केन्द्रों को मरम्मत की जरूरत: जर्जर भवन में संचालित स्वास्थ्य केन्द्रों के अलावा 67 स्वास्थ्य केन्द्रों के भवन मरम्मत योग्य हैं। इसके साथ ही 282 चिकित्सा संस्थान ऐसे हैं, जिनके पास खुद का भवन नहीं हैं। ऐसे स्वास्थ्य केन्द्रों का संचालन आंगनबाड़ी सहित अन्य सरकारी अथवा किराए के भवन में किया जा रहा है। वहीं, एक स्वास्थ्य केन्द्र चारदीवारी विहीन है।जर्जर व मरम्मत योग्य चिकित्सा संस्थानों के संबंध में एनएचएम जयपुर से भी रिपोर्ट मांगी गई थी। इस पर हमारी ओर से सूचना भिजवाई जा चुकी है। इसके अलावा सीएसआर फंड से भी चिकित्सा संस्थानों की दशा सुधारने के लिए जिला कलक्टर को सूचना भिजवाई गई है। हमारी ओर से हर स्तर पर प्रयास जारी है।