Aapka Rajasthan

'प्यार ही बना प्रेत' Alwar में लिव-इन पार्टनर से अनबन के बाद प्रेमिका ने मां और मां के प्रेमी के साथ मिलकर युवक को उतारा मौत के घाट

 
'प्यार ही बना प्रेत' Alwar में लिव-इन पार्टनर से अनबन के बाद प्रेमिका ने मां और मां के प्रेमी के साथ मिलकर युवक को उतारा मौत के घाट                                          

अलवर न्यूज़ डेस्क, राजस्थान के कोटपुतली-बहरोड़ के हालिया में हाइवे किनारे मिले युवक के शव की गुत्थी पुलिस द्वारा सुलझा ली गई. पुलिस ने शव को हाइवे किनारे रखते हुए सीसीटीवी में कैद लोगों की शिनाख्त कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही जिस टेम्पो से शव को ठिकाने लगाया गया था, उसे भी बरामद कर लिया है. जानकारी के मुताबिक, युवक की हत्या उसकी प्रेमिका ने अपनी मां और मां के प्रेमी के साथ मिलकर की थी. युवक और उसकी प्रेमिका 3 साल से लिव-इन में रहे थे.  

रोड के किनारे फेंका था शव

थानाधिकारी महेश तिवाड़ी ने बताया कि 18 जनवरी को पार्क हॉस्पिटल के पास मेडिकल की दुकान के सामने एक युवक के शव मिलने की सूचना मिली थी. सोशल मीडिया के जरिए जानकारी मिलने पर परिजन पुलिस तक पहुंचे और शव की शिनाख्त की. सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस युवक के हत्या के आरोपियों तक पहुंची और उन्हें गिरफ्तार किया. युवक की हत्या उसकी प्रेमिका ने अपनी मां और मां के प्रेमी के साथ मिलकर की. हत्या के बाद शव रोड किनारे डाल दिया था.

हरियाणा के चरखी दादरी निवासी बलजीत जाट ने पुलिस में मुकदमा दर्ज करवाया और कहा कि उसका भतीजा राहुल करीब 3 वर्ष से कोमल के साथ पति-पत्नी के रूप में रह रहा था. कोमल की मां रेखा देवी बहरोड़ में किराए के मकान में राजू वाल्मीकि के साथ रह रही थी. कुछ समय से लड़की किसी अन्य के साथ रहने लग गई. इस पर राहुल लड़की को खुद के साथ रखने की जिद कर रहा था. प्रेमिका कोमल से अनबन होने के कारण हत्या से कुछ दिन पहले राहुल अपनी प्रेमिका की मां रेखा देवी के पास आया था. इसी के बाद उसका शव रोड के किनारे मिला.

टेम्पो में शव ले जाते दिखे आरोपी

जब पुलिस ने सीसीटीवी की जांच की तो रात करीब 9 बजे सीसीटीवी कैमरे में कुछ लोग एक थ्री-व्हीलर टेम्पो में शव को लाते हुए कैद हुए. सीसीटीवी फुटेज में यह लोग पहले शव को सर्विस सड़क पर रखने से पहले एक कंबल बिछाते हैं. इसके बाद, शव को वहां रखकर रजाई से ढक देते हैं. फुटेज में यह भी देखा गया कि वे कुछ समय फोन पर बातचीत करते हैं, जिसके बाद बिना किसी हिचकिचाहट के शव को वहीं छोड़कर चले जाते हैं.