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Alwar कैसे होगा टीबी का खात्मा, जिले में 12 हजार से ज्यादा मरीज

 
Alwar कैसे होगा टीबी का खात्मा, जिले में 12 हजार से ज्यादा मरीज
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर केंद्र सरकार ने भारत को 2025 तक टीबी मुक्त करने की दिशा में काम शुरू किया है, लेकिन राजस्थान में पिछले साल टीबी के नए मरीजों के चौकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। प्रदेश में करीब 1.64 लाख टीबी के नए मरीज मिले हैं। इसमें अलवर में करीब 12 हजार 101 नए टीबी के मरीज मिले हैं। इसमें से अलवर जिले के 11 हजार 280 मरीज है और शेष मरीज दूसरे राज्यों के हैं, जो अलवर में अपना इलाज करवा रहे हैं।

रजिस्ट्रेशन किया जरूरी तो मरीजों की संख्या बढ़ी : भारत सरकार ने वर्ष 2016 में टीबी मरीजों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य किया था। निजी अस्पतालों को भी इस दायरे में लाया गया था। इसके बाद बड़ी संख्या में टीबी रोगियों की पहचान हुई है। वहीं, अलवर की बात की जाए तो पहले यहां टीबी की जांच करने वाली सीबी नॉट मशीन एक ही थी, लेकिन अब इनकी संख्या पांच हो गई है। अलवर, बहरोड़, राजगढ़, खेडली, लक्ष्मणगढ़ पर सीबी नॉट मशीन उपलब्ध है। इससे रोगी के बलगम की जांच कर टीबी की पहचान की जाती है।

जिले की तीन ग्राम पंचायत हुई टीबी मुक्त : जिले की ट्रीटमेंट सक्सेस रेट पिछले तीन सालों में 85 प्रतिशत से ज्यादा है। भारत सरकार की ओर से चलाए जा रहे टीबी मुक्त ग्राम पंचायत में पहले चरण में जिले की तीन ग्राम पंचायत दूब्बी, कूंडला, पेहल का चयन किया गया। ये ग्राम पंचायत टीबी मुक्त हो गई है। इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से पुरस्कृत भी किया गया। अभियान के दूसरे चरण में अलवर जिले की 32 ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है। जिनके वेरीफीकेशन का काम ब्लॉक सीएचएचओ के स्तर पर हो रहा है।

स्थान मरीजों की संख्या

अलवर शहर 7977

बानसूर 128

बहरोड़ 462

गोविंदगढ़ 167

खेड़ली 167

किशनगढ़ 239

कोटकासिम 92

मालाखेड़ा 42

मुंडावर 80

राजगढ़ 520

रामगढ़ 251

रैणी 40

शाहजहांपुर 38

थानागाजी 219

तिजारा 858