Alwar सिलीसेढ़ झील के डूब और बहाव क्षेत्र में बने होटल
कटघरे में सिंचाई विभाग: सिलीसेढ़ तिराहे से लेकर झील के आसपास भी कई अतिक्रमण हुए हैं। ये मामला उठाया तो प्रशासन व सिंचाई विभाग ने मिलकर सर्वे शुरू किया। दो माह तक सर्वे चला, लेकिन अब कुछ दिन से बंद कर दिया गया। बताया जा रहा है कि नेताओं आदि का दबाव आ रहा था। इसके साथ ही सिंचाई विभाग भी पूरी तरह कटघरे में है। झील की निगरानी व निर्माण की अनुमति आदि की जिम्मेदारी उन्हीं की है। ऐसे में इस विभाग के अफसर भी अपने बचाव के रास्ते तलाश रहे थे।
सिंचाई विभाग ने वर्ष 2020 में सर्वे करवाया था। उस दौरान 120 अतिक्रमण मिले थे। 11 अतिक्रमण हटाए गए थे। बाकी 60 पर रिपोर्ट लिखवाई गई थी। इन अतिक्रमणकारियों ने झील के बहाव क्षेत्र में प्रतिष्ठान बनाए थे। इसमें कुछ नेता भी थे और प्रभावशाली लोग भी। ये रिपोर्ट कहां दबा दी गई, किसी को पता नहीं है। सिंचाई विभाग भी इसको लेकर अनभिज्ञ बना हुआ है। कुछ सरकारी कार्यालय भी झील के बहाव क्षेत्र में बने हुए हैं। लोकसभा चुनाव के चलते अतिक्रमण का सर्वे बंद कर दिया गया था। मतगणना के बाद फिर से शुरू करेंगे। अतिक्रमण हटाए जाएंगे।
