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Alwar सिलीसेढ़ झील के डूब और बहाव क्षेत्र में बने होटल

 
Alwar सिलीसेढ़ झील के डूब और बहाव क्षेत्र में बने होटल
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर सिलीसेढ़ झील के डूब व बहाव क्षेत्र में किए गए अतिक्रमण का सर्वे प्रशासन ने फिलहाल बंद कर दिया है। इससे नेताओं और रसूखदारों ने राहत की सांस ली है।झील के कैचमेंट एरिया में 200 से ज्यादा अतिक्रमण हैं। इनमें थ्री व फोर स्टार होटल, रेस्टोरेंट, बारातघर के अलावा दुकानें शामिल हैं। वर्ष 2020 के बाद से ये अतिक्रमण बढ़ा है। झील के किनारे तक होटल पहुंच गए हैं। वह पर्यटकों को होटल परिसर से ही मगरमच्छ दिखा रहे हैं। ये झील का डूब क्षेत्र है, जहां किसी प्रकार का कोई निर्माण हो नहीं सकता। कुछ होटल  बहाव क्षेत्र में हैं।

कटघरे में सिंचाई विभाग: सिलीसेढ़ तिराहे से लेकर झील के आसपास भी कई अतिक्रमण हुए हैं। ये मामला उठाया तो प्रशासन व सिंचाई विभाग ने मिलकर सर्वे शुरू किया। दो माह तक सर्वे चला, लेकिन अब कुछ दिन से बंद कर दिया गया। बताया जा रहा है कि नेताओं आदि का दबाव आ रहा था। इसके साथ ही सिंचाई विभाग भी पूरी तरह कटघरे में है। झील की निगरानी व निर्माण की अनुमति आदि की जिम्मेदारी उन्हीं की है। ऐसे में इस विभाग के अफसर भी अपने बचाव के रास्ते तलाश रहे थे।

सिंचाई विभाग ने वर्ष 2020 में सर्वे करवाया था। उस दौरान 120 अतिक्रमण मिले थे। 11 अतिक्रमण हटाए गए थे। बाकी 60 पर रिपोर्ट लिखवाई गई थी। इन अतिक्रमणकारियों ने झील के बहाव क्षेत्र में प्रतिष्ठान बनाए थे। इसमें कुछ नेता भी थे और प्रभावशाली लोग भी। ये रिपोर्ट कहां दबा दी गई, किसी को पता नहीं है। सिंचाई विभाग भी इसको लेकर अनभिज्ञ बना हुआ है। कुछ सरकारी कार्यालय भी झील के बहाव क्षेत्र में बने हुए हैं। लोकसभा चुनाव के चलते अतिक्रमण का सर्वे बंद कर दिया गया था। मतगणना के बाद फिर से शुरू करेंगे। अतिक्रमण हटाए जाएंगे।