Alwar नाबालिग से दुष्कर्म की एफआईआर आठ दिन बाद दर्ज, एसपी ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
अलवर न्यूज़ डेस्क, एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म होने के 7 दिन बाद बुधवार को पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। आरोप है कि पुलिस पीड़िता की शिकायत ही नहीं ले रही थी। काफी कोशिशों के बाद अब महिला थाना प्रभारी ने बुधवार को राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय अलवर में पहुंचकर पीड़िता के बयान लिए है। इसके बाद केस दर्ज किया गया है। पीड़िता के परिजनों के मुताबिक उसे महिला थाना से भगा दिया गया। वहीं आरोपी ने भी पीड़िता की बनाई अश्लील वीडियो वायरल कर दी। इसके बाद पीड़िता सदमे में चली गई। उसका इलाज फिलहाल राज गांधी समान्य चिकित्सालय में मनोरोग विशेषज्ञों की देखरेख में चल रहा है।
दोषी पुलिस कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई होगी- एसपी
वहीं भिवाड़ी एसपी योगेश दाधीच ने बताया- नाबालिक के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है, जिसको लिखित शिकायत के आधार पर बुधवार को मामला दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में पीड़ित युवती के परिजनों के द्वारा आरोप लगाए जा रहे हैं कि 8 दिन पहले भी वह महिला थाने गए थे और मामला दर्ज नहीं हुआ। इसकी जांच करवाई जा रही है। दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस जल्द ही आरोपी को भी गिरफ्तार कर लेगी। पिता ने बताया कि 7 फरवरी को उसकी बेटी बाजार में सामान लेने गई। तभी पड़ोस में रहने वाले यूपी निवासी आरोपी अनिल आया और पहले तो बेटी से लड़ने लगा फिर उसका मुंह बंद कर अपने कमरे पर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया और वीडियो बना लिया। उसने ये बात अपने घर वालो को बताई तो पुलिस के पास गए। पुलिस ने सहयोग नहीं किया। आरोपी ने वीडियो वायरल कर दिया। इस बात का पता जैसे ही पीड़िता को लगा तो वो बदहवास हो गई।
पीड़िता की मां का कहना था कि आरोपी अनिल नाम के काफी समय से उसकी बेटी को परेशान कर रहा था। बेटी को अपने कमरे में ले जाकर दुष्कर्म किया और वीडियो बना लिया। जब से अश्लील वीडियो के बारे में पता लगा कि वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है तभी से वह अपने होश हवास में नहीं है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि दुष्कर्म के गंभीर मामले में भिवाड़ी के महिला थाने की पुलिस का रवैया चौंकाने वाला रहा है। दूसरे राज्य का पीड़ित मजदूर परिवार अपनी बेटी को लेकर 5 दिन घर में दुबका बैठा रहा। मंगलवार को तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो उसे टैंपो से लेकर फिर महिला थाने गए। थाने के बाहर टैंपो रोका तो पीड़िता की खराब हालत देखकर भीड़ जमा हो गई। पुलिस को पता चला तो पुलिस आई और इलाज कराने की नसीहत देकर चली गई, लेकिन मामला दर्ज नहीं किया। मामले में महिला थाने की इंचार्ज रजनी कुमारी का कहना है कि वो आज अलवर थी, थाने पर जानकारी करने पर पता चला कि एक लड़की को लेकर कुछ लोग आए थे, जिसकी तबीयत ज्यादा खराब थी। इसलिए उसे परिजन बिना शिकायत दिए सीधे अस्पताल लेकर चले गए। वहीं एफआईआर नहीं दर्ज करने की शिकायत मिलने पर मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।