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Alwar आदेश के 1 माह बाद भी योजना धरातल पर नहीं अध्ययन करते हुए कमाई

 
Alwar आदेश के 1 माह बाद भी योजना धरातल पर नहीं अध्ययन करते हुए कमाई
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर सरकारी विश्वविद्यालय और कॉलेजों में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी अब पढ़ाई के साथ-साथ कमाई भी कर सकेंगे। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की ओर से इसके आदेश 10 जनवरी को जारी किए गए हैं। अभी यह योजना धरातल पर नहीं आ सकी है। अलवर जिले के विश्वविद्यालय और महाविद्यायलों में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को इस पहल के धरातल पर आने का इंतजार है। इसमें गरीब व पिछड़े वर्गों के विद्यार्थियों को शामिल किया गया है। इन विद्यार्थियों को पढ़ाई के दौरान ही रोजगार या फिर अपना काम शुरू करने के लिए सशक्त बनाया जाएगा।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की विशेषज्ञ समिति ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी-2020) के तहत सामाजिक-आर्थिक वंचित वर्ग के युवाओं को समान मौके देने के लिए दिशानिर्देश तय किए हैं। इसमें विद्यार्थियों को अर्न व्हाइल लर्न यानी पढ़ाई के साथ कमाई योजना के तहत सशक्त बनाया जाएगा। इसके लिए पढ़ाई के दौरान ही विद्यार्थियों को व्यावसायिक कौशल ट्रेनिंग कराई जाएगी। अलवर जिले में एक सरकारी विश्वविद्यालय और 121 महाविद्यालय हैं। इनमें हजारों विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, जिनको इस नई पहल का लाभ मिल सकेगा।

इन वर्गों के विद्यार्थी होंगे शामिल: इसमें महिला, ट्रांसजेंडर अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ईडब्ल्यूएस, ओबीसी, अल्पसंख्यक, क्षेत्रीय भाषा माध्यम स्कूल, पहली पीढ़ी के शिक्षित वर्गों को सशक्त बनाने की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा दिव्यांगजनों की श्रेणी में 40 फीसदी से अधिक वाले दिव्यांगजन और शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक दिव्यांगजन के अलावा बीपीएल, प्रवासी समुदाय, बाल भिखारी, असुरक्षित स्थितियों में रहने वाले विद्यार्थी समेत मानव तस्करी में शामिल परिजनों के बच्चों, कोरोना में माता-पिता खोने वाले विद्यार्थियों को आगे लाने पर काम होगा। विश्वविद्यालय और महाविद्यालय अपने स्तर पर इनका चयन करेंगे।यूजीसी के आदेशानुसार विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों को 15 वर्षीय कार्यक्रम तैयार करने होंगे। यूजीसी अध्यक्ष प्रो. एम जगदीश कुमार ने सभी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के लिए ये आदेश जारी किए हैं। उन्होंने बताया है कि उच्च शिक्षा संस्थानों को संस्थागत विकास योजना के तहत कोर्स में व्यावसायिक कौशल ट्रेनिंग को शामिल किया जाए।