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Alwar स्कूल रैंकिंग में जिले को मिला 22वां स्थान, जयपुर फिसड्डी

 
Alwar स्कूल रैंकिंग में जिले को मिला 22वां स्थान, जयपुर फिसड्डी
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद की ओर से शाला दर्पण पर फरवरी महीने की रैंकिंग में अलवर को 22वें पायदान पर पहुंच गया है। इससे पहले जनवरी में अलवर की रैंक 25वीं थी, इसमें तीन अंक का सुधार हुआ है, हालांकि अलवर आज तक टॉप 10 में शामिल नहीं हो पाया है। इस बार सवाई माधोपुर ने 54.86 स्कोर प्राप्त करके बाजी मारी है। वहीं, 53.82 स्कोर के साथ झुंझुनूं दूसरे स्थान पर रहा। सबसे बड़ी बात यह है कि राजधानी जयपुर जहां से सभी विभागों की निगरानी होती है, वह 32वें पायदान पर है।

नए जिलों के शाला दर्पण का नहीं निर्माण : प्रदेश में पिछले कांग्रेस सरकार की ओर से अगस्त 2023 में राजस्थान में नए जिलों का गठन किया गया, लेकिन अब तक नए जिलों में संचालित सरकारी स्कूलों को पुराने जिलों के अनुसार ही दिखाया गया है। नए जिलों का गठन हुए सात माह बीत गए हैं। हर माह जारी होने वाली शिक्षा रैंकिंग भी अभी तक पुराने 33 जिलों के अनुसार हो रही है। हालांकि नए जिलों में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय और कर्मचारियों तैनाती हो चुकी है।

ये जिले रहे टॉपर : शिक्षा शिक्षा विभाग की ओर से जारी स्कूली रैंकिंग में स.माधोपुर, झुंझुनूं , सीकर, कोटा और धौलपुर टॉप 5 में रहे हैं, जबकि अजमेर, बारा, जोधपुर, जयपुर और बांसवाड़ा अंतिम पांच में शामिल हुए हैं। प्रदेश में सभी स्कूलों का औसत स्कोर 45.70 रहा है।

ये हैं रैंकिंग के मानक

स्कूली शिक्षा की रैंकिंग के लिए चार श्रेणियां तय की गई हैं। हर श्रेणी के अपने-अपने अंक निर्धारित है। शैक्षणिक श्रेणी के 100, नामांकन के 20, सामुदायिक सहभागिता के 20 और आधारभूत सुविधाओं के 10 अंक तय हैं। शैक्षणिक श्रेणी के अंकों को 7 बिंदु, नामांकन व सामुदायिक सहभागिता के अंकों को 3-3 बिंदु और आधारभूत सुविधाओं के अंकों को 2 बिंदुओं में बांटा गया है। सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए बेहतर सुविधाएं दी जा रही है। हर विद्यार्थी को पढ़ाई से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। विभाग की ओर से जारी रैंकिंग में सुधार हुआ है। इसमें और सुधार किया जाएगा।