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Alwar मेयर और पूर्व नेता प्रतिपक्ष के बीच छिड़ी बहस, बैठक में मचा बवाल

 
Alwar मेयर और पूर्व नेता प्रतिपक्ष के बीच छिड़ी बहस,  बैठक में मचा बवाल 

अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर नगर निगम की बोर्ड की बैठक में मंगलवार को खूब हंगामा हुआ। इसी बीच में करीब 300 करोड़ रुपए बजट पास हो गया। बैठक के बीच में मेयर घनश्याम गुर्जर व पूर्व नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र मीना के बीच में जमकर बहस हुई। मंच पर ही राज्य सरकार में वन मंत्री व अलवर शहर के विधायक संजय शर्मा भी मौजूद थे। सबसे पहले पूर्व नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र मीणा ने वन मंत्री को अपनी ओर ध्यान खींचने को कहा कि तो मंत्री ने जवाब दिया कि आप मेयर घनश्याम गुर्जर को संबोधित करें। मैं यहां एक विधायक के तौर पर मौजूद हूं। तब मीना ने कहा कि मेयर तो नाम के हैं। काम कुछ नहीं कर पाते हैं। इसके बाद दोनों के बीच में तीखी बहस हुई।

पूर्व नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र मीणा बोले कि ये अध्यक्ष नाम के हैं। हालात नगर निगम के बेहद खराब हैं

मेयर: नरेंद्र जी आपके कृत्य को सब जान चुके हैं। अब आप बैठ जाइए और किसी को बोलने का मौका दीजिए।

नरेंद्र मीणा: मेरे साथ साजिश हुई थी। ऐसी साजिश आपके साथ भी हो सकती है। ध्यान रखिए।

मेयर : ये साजिश किस सरकार ने की है। ये बताइए, बताइए ना किसकी सरकार थी जब साजिश हुई।

नरेंद्र मीणा : 6 महीने से हालत खराब है। क्यों बुलाते हो बार-बार, ये बताओ।

मेयर: आपके साथ ये होने के बावजूद वार्ड का ध्यान रखा है। आप अपनी ओर देखो क्या हाल होकर आए हो। इसके बावजूद हमने वार्ड का ध्यान रखा है।

नरेंद्र मीणा : आप कौन होते हैं ध्यान रखने वाले। इस तरह की धमकी मत दो।

मेयर: आप ऐसी घटना में शामिल होकर आए। इसके बावजूद आपके वार्ड का ध्यान रखा गया है।

नरेंद्र मीणा: मैं किसी घटना में शामिल नहीं था। ये साजिश हुई। ऐसी साजिश आपके साथ भी हो सकती है। मेरे वार्ड की चिंता नही करें।

मेयर: आपके कृत्य को पूरा शहर जानता है?

नरेंद्र मीणा: इस बात को लेकर सबको दबाए बैठे हो। यह नहीं होने दिया जाएगा। जनता के प्रतिनिधि हैं जवाब तो मांगा जाएगा।

बाकी पार्षदों को बोलने का मौका नहीं

बजट की बैठक में बाकी पार्षदों को बोलने का मौका नहीं मिला। कुछ ही पार्षद अपनी बात रख पाए। इसी हंगामे के बीच करीब 300 करोड़ रुपए का बजट पास हो गया। वन मंत्री संजय शर्मा ,सभापति घनश्याम गुर्जर और आयुक्त मनीष फौजदार सहित अधिकांश पार्षद बैठक में मौजूद रहे। बैठक के बाद मेयर घनश्याम गुर्जर ने कहा कि सदन में जो भी बातें आई हैं उस पर में गंभीरता से काम होगा। निगम के किसी कर्मचारी की गलत कार्यशैली है तो जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। सुझाव कोई भी आम नागरिक दे सकता है। जनता को भी जागरूक होने की जरूरत है। खुले में कचरा नहीं फेंकें।