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Alwar कुंए में मिली बेटी एमपी पहुंची, उसे 4 महीने में गोद ले लिया गया

 
Alwar कुंए में मिली बेटी एमपी पहुंची, उसे 4 महीने में गोद ले लिया गया

अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर 30 मार्च 2023 को अलवर के तिजारा के बेरला गांव में करीब 40 फीट गहरे कुएं में कट्टे में लिपटी मिली नवजात अब एमपी पहुंच गई। उसे अपना परिवार मिल गया है। एमपी की एक दंपती ने नवजात को गोद लिया। जो जुलाई में ही अलवर से एमपी जा चुकी है। नवरात्र के दिनों में बेरला गांव में नवजात के मिलने की घटना ने सबको हिला दिया था। हर कोई अचंभित था कि नवजात को इतने गहरे कुएं में फेंक दिया गया। उसके बावजूद भी वह पूरी तरह स्वस्थ निकली थी। 30 मार्च 2023 को बेरला गांव के कुएं में मिली नवजात का जन्म करीब 18 घंटे पहले हुआ था। वह 40 फीट गहरे कुएं में मिली थी। सबसे पहले नवजात को कुएं के पास ही रहने वाले अनीश (19) को आवाज सुनी थी। अनीश सुबह 8 बजे कुएं से बच्चे के रोने की आवाज सुनी तब उसने अपने परिवार को बताया। तब सब लोग कुएं के पास आए। फिर पता लगा कि कुएं के अंदर बच्चा है। इसके बाद बच्चे को कुएं से बाहर निकला। जो कुएं में प्लास्टिक के कट्टें में थी।

कुएं से बाहर निकाला तो नवजात प्लास्टिक के कट्टे में लिपटी थी। तिजारा हॉस्पिटल के डॉक्टर विश्वेंद्र ने नवजात को देखकर बताया था कि उसका जन्म करीब 18 घंटे पहले का है। बच्ची 8 महीने की प्री-मैच्योर लग रही थी। वजन और पैरामीटर ठीक है। ऑक्सीजन की कमी थी, इसलिए उसे आईसीयू में भर्ती कर अलवर जिला अस्पताल भेजा गया। उसके बाद नवजात को राजकीय शिशु गृह अलवर में रखा गया। वहां करीब 3 महीने तब नवजात रही। इसके बाद उस नवजात को एमपी की दंपती को दिया गया। जो सरकारी कर्मचारी हैं। तिजारा अस्पताल में डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ के साथ नवजात। राजकीय शिशु गृह की टीम ने बताया कि यह नवजात नवरात्र के दिनों में कुएं में मिली थी। पहले कमजोर लग रही थी। लेकिन अस्पताल में ठीक हो गई। उसके बाद राजकीय गृह में रही। यहां स्वस्थ रही। केवल 3 महीने में ही नवजात की गोद लेने की प्रक्रिया पूरी हो गई। जिसे एमपी की दंपती लेकर गई है।