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Alwar स्कूल में कुक-कम-हेल्पर को 9 माह से नहीं मिला मानदेय

 
Alwar स्कूल में कुक-कम-हेल्पर को 9 माह से नहीं मिला मानदेय

अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर गोविंदगढ़ ब्लॉक के सरकारी विद्यालयों में अल्प मानदेय पर कार्यरत कुक कम हेल्परों का मानदेय विगत 9 माह से नहीं मिलने के कारण उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में, विभाग द्वारा उन्हें ट्रेनिंग के लिए जयपुर ले जाया गया, लेकिन मानदेय की शिकायत करने पर वहां बैठे अधिकारियों ने अब तक इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। गोविंदगढ़ ब्लॉक में 87 विद्यालयों में लगभग 180 कुक कम हेल्पर कार्यरत हैं।पन्नाधाय बाल गोपाल योजना के अंतर्गत दूध गर्म करने वाले कार्मिकों को भी दिसंबर 2023 तक का ही भुगतान किया गया है। जब अधिकारियों से भुगतान को लेकर बात की गई, तो जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक शिक्षा) ने बताया कि जयपुर से भुगतान के लिए डिमांड की गई है और अभी भुगतान लंबित है। वहीं, आयुक्तालय में पूछने पर कहा गया कि सितंबर 2024 तक का भुगतान किया जा चुका है।

कुक कम हेल्परों के साथ हो रहे इस अन्याय से विशेष रूप से निर्धन और विधवा महिलाएं प्रभावित हो रही हैं, जिन्हें मानदेय के रूप में मात्र 2143 रुपये मिलते हैं, जिससे उनके परिवार का पालन-पोषण मुश्किल हो रहा है। उन्हें ग्रीष्म अवकाश और मध्यवर्ती अवकाश का मानदेय भी नहीं मिलता।अब मानदेय के अभाव में कुक कम हेल्पर कार्य करने से मना कर रहे हैं, जिससे विद्यालय के प्राचार्यों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इन कुक कम हेल्परों का कार्य सरकारी विद्यालयों में बच्चों को पोषाहार बनाना है, और क्षेत्र के कई विद्यालयों में छात्र संख्या के अनुसार तीन कुक कम हेल्पर तक लगाए गए हैं।

राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गोविंदगढ़ की कुक कम हेल्पर बत्तो देवी का कहना है कि उन्हें 9 माह से कोई मानदेय नहीं मिला है, जिससे घर चलाना मुश्किल हो गया है। उन्होंने बताया कि नरेगा में काम करने वाली महिलाएं उनसे अधिक राशि और समय पर भुगतान प्राप्त कर रही हैं। कचरोटी गांव स्थित प्राइमरी विद्यालय की कुक कम हेल्पर तो तीन माह पूर्व भुगतान न मिलने के कारण कार्य छोड़कर जा चुकी हैं। अब वहां के अध्यापकों द्वारा नई कुक कम हेल्पर बुलवाई गई है, जिसका भुगतान भी अभी तक लंबित है।मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी विश्वजीत सिंह ने कहा कि संबंधित संस्था प्रधानों को निर्देशित किया गया है कि CCH का भुगतान समय पर दिया जाए। यदि CCH का भुगतान एमडीएम मद से प्राप्त नहीं हो रहा है, तो विद्यालय के किसी भी मद से किया जा सकता है, और राशि प्राप्त होने पर समायोजन किया जाएगा।जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक शिक्षा) नेकीराम ने बताया कि जयपुर से बजट नहीं डाला गया है और वे जल्द ही इसकी मांग कर रहे हैं। जैसे ही आयुक्तालय एमडीएम से भुगतान करेगा, कुक कम हेल्पर की राशि का तुरंत ट्रांसफर करवा दिया जाएगा।