टीकाराम जूली के दर्शन के बाद भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा ने मंदिर में छिड़का गंगाजल, बोले - 'मंदिरों को अपवित्र मत करो'

राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने अलवर में श्री राम मंदिर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है और दावा किया है कि विधानसभा में विपक्ष के नेता टीकाराम जूली के मंदिर में जाने के बाद भाजपा नेता ज्ञानदेव आहूजा ने मंदिर को 'शुद्ध' करने के लिए गंगाजल छिड़का है। डोटासरा ने कहा है कि चूंकि टीकाराम जूली दलित हैं, इसलिए ज्ञानदेव आहूजा ने ऐसा किया है। 'X' पर शेयर किए गए वीडियो में ज्ञानदेव आहूजा मंदिर में गंगाजल छिड़कते हुए दिखाई दे रहे हैं, जिसके बाद उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, "मंदिरों को अपवित्र मत करो, यह भगवान श्री राम का मंदिर है, मैंने तो बस उनके चरणों में गंगाजल छिड़का है, यहां अशुद्ध लोग आ गए हैं।"
डोटासरा ने क्या कहा?
राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने 'X' पर ट्वीट करते हुए लिखा, "भाजपा का दिल दलितों के प्रति द्वेष, घृणा और ईर्ष्या से भरा हुआ है। आज भाजपा ने अलवर में भगवान श्री राम के मंदिर में गंगाजल छिड़का है, जहां कल नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली जी गए थे।" उन्होंने आगे लिखा, "पूर्व भाजपा विधायक ज्ञानदेव का टीकाराम जूली जी के खिलाफ अपमानजनक बयान और घिनौना कृत्य बेहद निंदनीय है। दलित हो, किसान हो, महिला हो, मजदूर हो...भाजपा इनसे इतनी नफरत क्यों करती है? समय आने पर राजस्थान की जनता भाजपा की इस घिनौनी मानसिकता का मुंहतोड़ जवाब देगी।"
'भगवान राम पूरी मानवता के आराध्य देवता हैं'
कांग्रेस नेता अशोक चांदना ने भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा, ''अलवर में भगवान श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में दलित नेता, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली जी द्वारा पूजा-अर्चना करने के बाद पूर्व भाजपा विधायक श्री ज्ञानदेव आहूजा द्वारा मंदिर को गंगाजल से धोना राम भक्तों की आस्था का अपमान है और सनातन की मूल भावना को ठेस पहुंचाना देश के दलितों का अपमान है, यही भाजपा का असली चरित्र और चेहरा है। भगवान राम समस्त मानवता के आराध्य देव हैं, उनके नाम पर भाजपा द्वारा इस प्रकार का संकीर्ण राजनीतिक व्यवहार करना अत्यंत शर्मनाक है।'''प्रदेश में संवैधानिक पद पर आसीन दलित समाज के एक सम्मानित राजनेता के प्रति भाजपा का यह व्यवहार दलितों के प्रति उसकी संकीर्ण और भेदभावपूर्ण सोच को स्पष्ट रूप से उजागर करता है।''भाजपा की विचारधारा बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान और उसके मूल्यों पर लगातार चोट पहुंचा रही है। राम सबके हैं, भगवान राम किसी जाति, धर्म, सत्ता या संकीर्णता के मोहताज नहीं हैं। जय जय सियाराम।''