Alwar के आश्रम में मिला बिहार का अयूब, लौटी स्मरण शक्ति
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अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर करीब बीस साल पहले बिहार से लापता हुए अयूब की उपचार के बाद यहां एक आश्रम में याददाश्त लौट आई। इसके बाद उसने अपना पता व परिजनों के बारे में बताया। इसके बाद आश्रम वालों ने अयूब के बताए अनुसार संबंधित थाने में संपर्क किया। थाने के पुलिस जरिए अयूब के पिता के पास सूचना भेजी गई। पुलिसकर्मियों ने जब वीडियो कॉल पर बात कराई तो अयूब को उन्होंने पहचान लिया। इसके बाद उसको आवश्यक कार्रवाई के बाद उसके भाई को सौंप दिया गया। बीस साल बाद जब दोनों भाई मिले तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
अपना घर आश्रम अलवर के सचिव सतीश कुमार सारस्वत ने बताया कि बिहार के अररिया जिले के गांव सिंगोरा निवासी मोहम्मद अयूब मानसिक संतुलन बिगड़ने की स्थिति में 2003 में घर से लापता हो गया था। जिसकी तलाश की गई लेकिन वह नहीं मिला। 2016 में अयूब को अपना घर आश्रम भरतपुर में भर्ती कराया गया। वहां से अयूब को अलवर आश्रम भेज दिया गया। जहां इसका नाम धर्मपाल रखा गया। यहां उपचार व सेवा के बाद अयूब की याददाश्त लौट आई। इस पर अयूब ने अपना नाम, पता आदि बताया। बिहार पुलिस की मदद से सूचना उसके पिता मोहम्मद रफीक तक भिजवाई और वीडियो कॉल पर परिजनों ने उसको पहचान लिया। वहां से अयूब का भाई मोहम्मद रहबर यहां पहुंचा। भाई के आधार कार्ड की पहचान कर आश्रम ने अयूब को सौंप दिया।