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Alwar जिला परिषद ने मांगा पिछले 10 साल में जारी अनुभव प्रमाण पत्रों का रिकॉर्ड

 
Alwar जिला परिषद ने मांगा पिछले 10 साल में जारी अनुभव प्रमाण पत्रों का रिकॉर्ड
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर जिला परिषद अलवर के नाम से जारी हुए दो फर्जी अनुभव प्रमाण पत्रों के सामने आते ही जयपुर जिला परिषद में हड़कंप मच गया। फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र लगाकर वहां के दो कार्मिक काम कर रहे हैं। इस प्रकरण की जांच आगे बढ़ी तो जिला परिषद अलवर ने अपनी सभी 16 पंचायत समितियों के अफसरों को पत्र लिखा है। अपने पत्र में परिषद ने 10 साल में जारी हुए अनुभव प्रमाण पत्र और इन के आधार पर काम कर रहे कार्मिकों का रेकॉर्ड मांगा है। इस आदेश के बाद कार्मिकों में हड़कंप मचा हुआ है। यह बात भी सामने आ रही है कि एक ग्रुप ऐसा है जो अनुभव प्रमाण पत्रों के नाम पर खेल करता है। उसका लिंक परिषद कार्यालय से भी जुड़े होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।

जयपुर जिला परिषद भी नहीं कर रही फर्जी लिपिकों पर कार्रवाई: जयपुर परिषद के अधीन पंचायत समितियों में दो कार्मिक अलवर परिषद से जारी हुए अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर लिपिक बने हैं, लेकिन हकीकत में अलवर जिला परिषद ने ये प्रमाण पत्र जारी ही नहीं किए। इसकी रिपोर्ट जयपुर भेज दी गई है। शिकायतकर्ताओं ने सरकार के समक्ष सवाल उठाए थे। संभावना जताई थी कि फर्जी अनुभव प्रमाण पत्रों के आधार पर बड़ी संख्या में लोग नौकरी लगे हैं। ये प्रमाण पत्र जारी करने में कुछ सरकारी कार्मिकों का भी हाथ है। इन आरोपों के बाद जांच आगे बढ़ती गई।

एसीबी व एसओजी कर रही है जांच : फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र मामले की जांच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप जयपुर कर रहा है। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि नए अफसरों की तैनाती के बाद माना जा रहा है कि बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आएगा और योग्य लोगों को नौकरी मिलेगी। अयोग्य बाहर होंगे। मालूम हो कि लिपिक भर्ती 2013 के तहत अब तक वर्ष 2013 ,2017 और 2022, 2023 में बड़ी संख्या में लिपिक नियुक्त हुए हैं। अलवर में 2022 में नियुक्त हुए 134 लिपिकों में कई के फर्जी होने की संभावना जताई जा रही है।