Alwar महिला क्रिकेट टीम किशनगढ़बास व पुरुष क्रिकेट टीम मुंडावर विजेता

अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर वी-शक्ति के बैनर तले अलवर सांसद और केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव द्वारा आयोजित अलवर सांसद खेल उत्सव के अंतर्गत क्रिकेट प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला शुक्रवार को सिरमौली रोड स्थित माउंट लिट्रा जी स्कूल के खेल मैदान में खेला गया। प्रतियोगिता के समापन समारोह में मुख्य अतिथि केंद्रीय युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे ने विजेता टीमों को पुरस्कार दिए।
पहला मुकाबला महिला क्रिकेट टीम अलवर शहर और किशनगढ़बास के बीच हुआ, जिसमें किशनगढ़बास की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की। वहीं दूसरा मुकाबला पुरुष क्रिकेट टीम अलवर ग्रामीण और मुंडावर के बीच खेला गया, जो काफी रोमांचक रहा। आखिरी ओवर में मुंडावर टीम ने चौके की मदद से जीत दर्ज की। प्रतियोगिता में प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाली विजेता टीमों को सम्मानित करने के लिए पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि केंद्रीय युवा मामले एवं खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे ने विजेता टीमों को पुरस्कार राशि का चेक सौंपा और सभी खिलाड़ियों को मेडल पहनाकर सम्मानित किया। ये रहे मौजूद : कार्यक्रम में जिला प्रमुख बलवीर सिंह छिल्लर, जिला अध्यक्ष अशोक गुप्ता, पूर्व जिला अध्यक्ष संजय नरूका, विष्णु शर्मा, रमन गुलाटी, लक्ष्मी नारायण गुप्ता, पवन जैन, सरदार गगनदीप सिंह, इंदर सिंह यादव, अंजली यादव, ऋषि राज शर्मा, महेश निहालवानी, सतीश यादव, जितेंद्र सैनी, मनोज चौहान, रवि यादव, राकेश यादव, आशीष अरोड़ा, ओम प्रकाश शर्मा, सीताराम किराड, भविंद्र पटेल, बनवारी पटेल, विशाल साहू सहित अनेक भाजपा कार्यकर्ता और खिलाड़ी उपस्थित रहे।
सांसद खेल उत्सव में विजेता टीम को पुरस्कृत करती खेल राज्यमंत्री खडसे व अन्य। केंद्रीय मंत्री रक्षा खडसे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अलवर सांसद और केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव द्वारा आयोजित अलवर सांसद खेल उत्सव एक सराहनीय पहल है, जिससे संसदीय क्षेत्र के खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिला। उन्होंने इस आयोजन में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों और आयोजकों की सराहना करते हुए कहा कि यह पहला अवसर है जब जिले में इतने बड़े स्तर पर खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। जिसमें लगभग 30,000 बच्चों ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि आज के समय में बच्चे खेलों से दूरी बना रहे हैं, इसलिए इस तरह के आयोजनों को एक मिशन के रूप में चलाना आवश्यक है, ताकि बच्चों का खेलों के प्रति रुझान बढ़े।