Alwar सिलीसेढ़ से पानी के लिए अब करना होगा और लम्बा इंतजार

जिला स्तर पर प्रयास होने पर सरकार ने प्रोजेक्ट पर कुछ आपत्तियां लगाते हुए संशोधित प्रस्ताव मांगा। करीब आठ माह पहले प्रशासन की ओर से संशोधित प्रस्ताव भी भिजवा दिया गया था। इसके बाद भी सरकार की वित्तीय कमेटी में प्रोजेक्ट कई महीनों तक अटका रहा और अब सरकार ने इस प्रोजेक्ट को ही बदल दिया है।
कांग्रेस सरकार में मचाया था खूब हल्ला : सिलीसेढ़ प्रोजेक्ट पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में भिजवाया गया था, लेकिन ये प्रस्ताव सरकार के स्तर पर जाकर अटक गया था। जिस पर भाजपा के कई जनप्रतिनिधि और नेताओं से सिलीसेढ़ बांध से अलवर शहर में पानी लाने के मुद्दे पर खूब प्रदर्शन किया था और कांग्रेस के एक मंत्री पर प्रोजेक्ट को अटकाने के आरोप भी लगाए। भाजपा की सरकार में प्रोजेक्ट को ही बदल दिया गया, लेकिन अब किसी का ध्यान तक नहीं। प्रोजेक्ट को बदलने के पीछे सरकार के जनप्रतिनिधि और अफसर जलीय जीव-जंतुओं के खतरा होने का तर्क दे रहे हैं।