Alwar कदम-कदम पर तोड़े जा रहे नियम पुलिस चालान तक सिमट कर रह गए
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एक्सप्रेस-वे पर भी उड़ रही नियमों की धज्जियां, एक साल में 100 मौतें : दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे अलवर जिले का सबसे बड़ा ब्लैक स्पॉट बन चुका है। एक्सप्रेस-वे पर वाहनों के लिए अधिकतम गति सीमा 120 किमी प्रति घंटा निर्धारित है, लेकिन वाहन 150 से 200 की रफ्तार से दौड़ रहे हैं। ओवर स्पीड के कारण एक्सप्रेस-वे पर पिछले एक साल में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस ने यहां एक साल में 26 हजार से ज्यादा वाहनों के ओवर स्पीड चालान काटे हैं, लेकिन ट्रैफिक नियमों की पालना और हादसों की रोकथाम के लिए ठोस प्रयास नहीं किए जा रहे।
सड़कें क्षतिग्रस्त, ब्लैक स्पॉट बन रहे काल : अलवर जिले में सड़कों की हालत काफी खराब है। कहीं सड़कें क्षतिग्रस्त हैं तो कहीं ब्लैक स्पॉट हादसों का कारण बन रहे हैं। सार्वजनिक निर्माण विभाग के रेकॉर्ड के अनुसार अलवर जिले में 33 ब्लैक स्पॉट हैं। इनमें सूर्यनगर मोड़, चिकानी, सांसेड़ी कट से आरटीओ चैकपोस्ट, टोल प्लाजा से फौलादपुर पुलिया, गूंती पुलिया, भूगोर, दादर, गोठ की चौकी, कलसाड़ा मोरी, मीडियाबास और चामरोदा प्रमुख रूप से शामिल हैं। जहां लगातार हादसे हो रहे हैं। पिछले तीन साल में जिले के ब्लैक स्पॉट पर 500 से ज्यादा सड़क हादसे हो चुके हैं।