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Alwar बाघिन एसटी-17 बनी मां, तीन शावकों को दिया जन्म

 
Alwar बाघिन एसटी-17 बनी मां, तीन शावकों को दिया जन्म

अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर  टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट सरिस्का में टाइग्रेस ​​​ST-17 ने तीन शावकों को जन्म दिया है। टाइग्रेस वाटर हॉल में नहाते हुए दिखी और सामने तीन शावक नजर आए हैं। पिछले चार महीने में सरिस्का में 13 शावक पैदा हुए है। राजस्थान के किसी भी संरक्षण में इतने कम समय में इतनी संख्या में शावक पैदा नहीं हुए।अब सरिस्का में कुल टाइगर की संख्या 43 हो गई है। पिछले दिनों बाघिन एसटी-22 और बाघिन एसटी-27 ने 6 शावकों को जन्म था। टाइगर एसटी 12 का चौथा शावक भी पिछले महीने नजर आया था। अब सरिस्का में कुल 11 मेल, 14 फीमेल व 18 शावक हो गए हैं।

पिछले महीने सरिस्का में 6 नए शावक आए थे नजर

वन मंत्री संजय शर्मा ने बताया कि अकबरपुर रेंज में बाघिन एसटी- 17 ने तीन शावकों को जन्म दिया हैं। कैमरा ट्रैप की फोटो भी सामने आई हैं। बाघिन वाटर हॉल में दिखी वहीं सामने तीन शावक दिखे हैं। इससे पहले तालवृक्ष रेंज में एसटी-22 ने 4 शावकों को जन्म था। पिछले महीने में ही बाघिन एसटी-27 अपने दो शावकों के साथ दिखी थी। इस तरह पिछले महीने सरिस्का में 6 नए शावक नजर आए और एसटी 12 का चौथा शावक भी दिखा था। मतलब पिछले महीने में कुल 7 शावक जन्में हैं। उससे पहले मार्च माह में 3 शावक आए थे। अब जून माह में एसटी 17 के तीन शावक आ गए। इस तरह 4 महीने में 13 शावक पैदा हो चुके हैं। आगे भी जल्दी खुशखबर आ सकती है।

बाघिन एसटी-27 पहली बार बनी मां

जून माह में बाघिन एसटी-27 पहली बार मां बनी है। बाघिन पानी में नहाते समय कैमरा ट्रैप में नजर आई थी। एसटी 27 भी वाटरहॉल में थी और शावक पानी के बाहर दिखे थे। उसी तरह सटी 17 वाटरहॉल में दिखी और शावक बाहर। एसटी-27 बाघिन ST-14 की बेटी है और 4 साल की है।

बाघिन एसटी-22 ने चार शावकों को दिया जन्म

जून महीने में एसटी-22 दूसरी बार सबसे ज्यादा शावक देने वाली बाघिन बन गई है। यह 4 शावकों के साथ कैमरा ट्रैप में दिखाई नजर आई थी। यह एसटी 10 की बेटी है। 2008 में बाघ के सरिस्का में आने के बाद किसी भी बाघिन ने 4 शावकों को जन्म दिया है। दोनों बाघिनों का क्षेत्र सरिस्का टाइगर रिजर्व के तालवृक्ष रेंज में है। इससे पहले बाघिन एसटी- 12 ने एक बार में चार शावकों को जन्म दिया था पिछले तीन महीनों में ही सरिस्का में 10 शावकों को कैमरे में कैद किया गया है।

शावक आने से बढ़ा कुनबा

सरिस्का में कुल टाइगर की संख्या 43 हो गई है। इससे पहले साल 2004 में सरिस्का में एक भी टाइगर नहीं बचा था। इसके बाद 2008 में रणथंभौर से अलवर के सरिस्का में टाइगर विस्थापित करने की शुरुआत हुई। इस तरह 16 साल में सरिस्का में टाइगर की संख्या बढ़कर 43 हो गई है। अब नए शावक आने ने कुनबा और बढ़ गया है।