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Alwar राज्य ओपन बोर्ड का नवाचार अभ्यर्थियों के लिए सिरदर्द बनता जा रहा

 
Alwar राज्य ओपन बोर्ड का नवाचार अभ्यर्थियों के लिए सिरदर्द बनता जा रहा 
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल का नवाचार इन दिनों परीक्षार्थियों के लिए सिरदर्द बन गया। परीक्षार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 13 मई से प्रारम्भ हुए 15 दिवसीय व्यक्तिगत सम्पर्क शिविर में दो दिन से लॉगइन नहीं होने से शिविर अधरझूल में है। शिविर में भाग लेने वाले परीक्षार्थी सहित संदर्भ केंद्र प्रभारी इस परेशानी से जूझ रहे हैं। गौरतलब है कि राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल की ओर से पूर्व वर्षों में ऑफलाइन लगने वाले 15 दिवसीय व्यक्तिगत सम्पर्क शिविरों को इस बार ऑनलाइन कर दिया, लेकिन इसकी पूर्व तैयारी नहीं की, जिसके कारण दो दिन से परीक्षार्थी इन शिविरों में ही उपस्थित नहीं हो पा रहे हैं। इन शिविरों के माध्यम से ओपन से परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों को सैद्धांतिक परीक्षा की तैयारी सहित प्रायोगिक परीक्षा की फाइल तैयार कराई जाती है। पूर्व में ये शिविर ऑफलाइन होते थे, लेकिन इस बार इन्हें विभाग ने ऑनलाइन कर दिया, जिसमें बच्चें अपनी एसएसओ आईडी और जन्मतिथि के माध्यम से लॉगइन कर सकता है और उस शिविर में भाग ले सकता है।

नहीं हुआ कोई समाधान: सन्दर्भ केन्द्र प्रभारी शौकीन खां ने बताया कि 1 जुलाई 2023 से राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल की ओर से स्ट्रीम वन में बच्चों से आवेदन लिए गए। आवेदन करते समय एसएसओ आईडी की अनिवार्यता नहीं रखी गई। आवेदन तिथि समाप्त होने के बाद सभी प्रभारियों को आदेशित किया गया कि सभी बच्चों की एसएसओ आईडी बनवाकर उनके एनरोलमेंट के साथ मेप की जाए तथा बच्चों का व्यक्तिगत संपर्क शिविर 15 दिवसीय इस बार ऑनलाइन होने के आदेश मिले। इस ऑनलाइन कक्षा के आधार पर उनको 10 प्रतिशत सत्रांक मिलेंगे। बीच सत्र में नए-नए नियम आने से संदर्भ केंद्र प्रभारी तथा विद्यार्थी परेशान हैं।

नए आदेश से ग्रामीण विद्यार्थियों को परेशानी हो रही है। बच्चे या तो मोबाइल चलाना नहीं जानते या फिर एसएसओ आईडी बनाना नहीं जानते। ऑनलाइन कक्षाएं उन्हें बिल्कुल भी समझ नहीं आ रही। 27 मई तक चलने वाला यह ईपीसीपी शिविर जो मोबाइल पर उपलब्ध हो रहा है, सर्वर डाउन होने की वजह से काम नहीं कर रहा है। बच्चे लगातार शिकायत कर रहे हैं। संदर्भ केंद्र प्रभारी लगातार संबंधित सूचना, समस्याएं जयपुर भेज रहे हैं, लेकिन वहां कोई भी अधिकारी इस संबंध में बात करने को तैयार नहीं है। बच्चे तथा प्रभारी लगातार परेशान हैं। इस एप में कई खमियां हैं, टेक्निकल सर्वर एरर है। जो प्रश्नोत्तरी आ रही है, उनमें प्रश्न उत्तर भी गलत है।