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Alwar आरजीएचएस व पेंशनधारियों को दवा के लिए भटकना पड़ रहा

 
Alwar आरजीएचएस व पेंशनधारियों को दवा के लिए भटकना पड़ रहा
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर सामान्य चिकित्सालय परिसर में सहकारी उपभोक्ता भंडार के लिए बनी एक दुकान के गलत आवंटन के मामले में आदेश निरस्त होने के 4 दिन बाद भी दुकान खाली नहीं हो सकी है। इसके कारण आरजीएचएस और पेंशनर्स को आयुर्वेद दवाओं के लिए भटकना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार क्रिटिकल केयर यूनिट के निर्माण के लिए अस्पताल परिसर में अंदर की ओर बनी 4 सहकारी उपभोक्ता भंडार की दुकानों को शिफ्ट करने के लिए कैदी वार्ड के पीछे नई दुकानों का निर्माण कराया गया है। इसमें 3 एलोपैथी व एक आयुर्वेद की दुकान को शिफ्ट किया जाना था, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने आयुर्वेद दुकान की जगह एक निजी फर्म को दुकान का आवंटन कर दिया। बाद में विरोध होने पर पिछले गुरुवार को पहले जारी आदेश निरस्त करते हुए फिर से आयुर्वेद को दुकान आवंटित कर दी, लेकिन निजी फर्म की ओर से अभी दुकान खाली नहीं की गई।

मरीजों को हो रही परेशानी : क्रिटिकल केयर यूनिट के निर्माण के कारण पूर्व में बनी सहकारी उपभोक्ता भंडार की आयुर्वेद दुकान को धराशायी किया जा रहा है। इसके कारण पिछले काफी दिनों से यह दुकान बंद है। वहीं, नई दुकान पर अभी निजी फर्म का कब्जा है। जानकारी के अनुसार आरजीएचएस योजना के अंतर्गत अलवर शहर में 5 आयुर्वेद की दुकान पंजीकृत हैं। इसमें से एक सहकारी उपभोक्ता भंडार और 4 निजी मेडिकल स्टोर हैं। इसमें से सहकारी उपभोक्ता भंडार की आयुर्वेद दवा की दुकान सामान्य अस्पताल परिसर में संचालित है। वहीं, अब पिछले कई दिनों से यह दुकान बंद होने के कारण मरीजों को परेशानी हो रही है।निजी फर्म की ओर से अभी दुकान खाली नहीं की गई है। इससे मरीजों को आयुर्वेद दवा के लिए परेशान होना पड़ रहा है। इस मामले में पीएमओ को तुरंत एफआईआर दर्ज कराने की कार्रवाई करानी चाहिए। इसके साथ ही निजी फर्म का ड्रग लाइसेंस निरस्त करने के लिए विभाग को पत्र लिखा जाना चाहिए।