Alwar दुर्लभ बिजौरा नींबू के पेड़ घट रहे, औषधि में होता है उपयोग
पथरी काटने में सहायक : गोठ निवासी बाबा गोकल ने बताया कि बीजोरा नींबू का रस पीने से पेट की बीमारियों एवं पेट की पथरी को काटने में सहायक होता हैं। पथरी व पेट की बीमारियों के लिए बीजोरा नींबू कारगर साबित होता हैं। दौसा, बांदीकुई आदि स्थानों के पीड़ित व्यक्ति दवा के लिए खरीद कर ले जाते हैं।
बीजोरा नींबू तीन सौ से पांच सौ रुपए किलो के भाव में बिक रहा : बीजोरा नींबू के पेड़ों की संख्या कम होने के कारण यह लुप्त होने के कगार पर पहुंच गया है। वर्तमान में राजगढ़ के समीप गोठ गांव में एकमात्र बीजोरा नींबू का पेड़ लगा हुआ है। राजगढ़ क्षेत्र में बहुत कम संख्या में बीजोरा नींबू के पेड़ रह गए। पानी की कमी के चलते लोग बीजोरा नींबू के पेड़ लगाने में रुचि नहीं ले रहे। वर्तमान में बीजोरा नींबू का भाव 300 से 500 रुपए प्रति किलो है।
बीजोरा नींबू नहीं होता खराब
बीजोरा नींबू का पेड़ करीब चार वर्ष में बड़ा होता हैं। उसके बाद उसमें फल आने लग जाते हैं। जून-जुलाई के माह में बीजोरा नींबू के फल आता है तथा जनवरी -फरवरी के माह में बीजोरा नींबू का वजन दो सौ सवा दो सौ ग्राम का होने के साथ पक जाता है। बीजोरा नींबू के पेड़ की उम्र करीब चालीस वर्ष होती है। पेड़ से नींबू का फल तोड़ने के बाद वो सात-आठ दिन तक खराब नहीं होता हैं।
