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Alwar झोलाछाप डॉक्टर को लोगों ने दबोचा, पुलिस को सौंपा

 
Alwar झोलाछाप डॉक्टर को लोगों ने दबोचा, पुलिस को सौंपा 

अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर शहर से 10 किलोमीटर दूर सिलीसेढ़ तिराहे पर झोलाछाप डॉक्टर को रात 1 बजे गांव के लोगों ने उस समय घेर लिया जब उनकाे पता लगा कि हिंदू महिला का ब्रेन वाश कर उसे भगा कर ले जाने की फिराक में है। झोलाछाप के ऑफिस के कांच तोड़ दिए। बाद में पुलिस ने झोलाछाप डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया। वहीं BCMHO ने मौके पर आकर जांच की। पता लगा कि असल में खुद को डॉक्टर बताने वाले जुबेर खान झोलाछाप है। जो घर में मरीजों को भर्ती भी करता था। यही नहीं जहर खाने वाले मरीजों को गारंटी से इलाज करता था। बाकी किसी तरह का बीमार आ जाए उसे ठीक करने का दावा करता था। झोलाछाप डॉक्टर की उम्र करीब 48 साल है। जिस महिला का ब्रेन वाश करने का आरोप है उसकी उम्र 27 साल है। महिला का पति खेती करता है। जुबेर के सपंर्क में आने पर महिला का पति मानसिक रूप से बीमार होता चला गया। पति का आरोप है कि पत्नी ने जुबेर दिए अनुसारा उसे चाय में कुछ पिलाया है।

6 महीने में पति दिमागी मरीज बना दिया

असल में महिला के पति मनोज ने बताया कि उसे छह महीने में पत्नी ने बीमार कर दिया। वह चाय में कुछ मिलाकर पिला देती थी। जिसके कारण चाय फटी सी नजर आती थी। यह चाय वह पीता रहा। अब उसकी हालत खराब है। अधिक समझ नहीं पाता है। चक्कर आते हैं। कमजाेर हो गया है। अधिक बोल भी नहीं पाता है। परिवार के लोगों को इसका भी अभी पता लगा। जब महिला ने एक दिन पहले बीमार होने के बाद यह कहा कि वज डॉक्टर जुबेर खान के साथ रहना चाहती है। पति के साथ नहीं। तब लोगों को असली कहानी का पता लगा कि डॉक्टर ने महिला का ब्रेन वाश कर दिया। गांव केलोगों ने बताया कि महिला को अब झोलाछाप डॉक्टर के अलावा कोई नहीं दिख रहा है।

एक दिन पहले कोर्ट में तलाक के कागज डॉक्टर ने बनवाए

श्योदानपुरा गांव के निवासी निहाल सिंह गुर्जर ने बताया कि एक दिन पहले इस महिला को झोलाछाप डॉक्टर पेन कार्ड बनवाने के नाम पर कोर्ट लेकर गया। वहां तलाक के कागज बनवाए। गांव के लोगों को पता लगा। तब डॉक्टर को धमकाया कि तुम महिला को कोर्ट क्यों लेकर गए। तब उसने टालमटोल किया। लेकिन बाद में पता लगा कि वही झोलाछाप डॉक्टर महिला को लेकर गया था। वह उसके पति से महिला को तलाक कराना चाहता था। इसके पीछे पूरा खेल डॉक्टर का ही है।  उप प्रधान महेश ने बताया कि यह झोलाछाप डॉक्टर 7 साल से यहां रह रहा है। मूल रूप से लक्ष्मणगढ़ के बिचगांव निवासी है। जिसके दो बच्चे हैं। यहां पर मरीजों का इलाज करता है। बकायदा भर्ती करता है। 200 रुपए फीस भी लेता है। जिस तरीके से महिला का पति अचानक बीमार होता गया उसके पीछे भी डॉक्टर की संदिग्ध भूमिका है। उसकी जांच होना जरूरी है। महिला के पति मनोज ने बताया कि उसे चाय में कुछ मिलाकर पिलाया गया है। उसके बाद तबीयत बिगड़ी है। अलवर एसपी आनंद शर्मा का कहना है कि झोलाछाप डॉक्टर को अरेस्ट कर लिया है। परिजनों की रिपोर्ट अनुसार जांच कर रहे हैं। उधर बीसीएमएचओ लोकेश मीणा ने बताया कि जुबरे झोलाछाप है। उसके घर से दवाई मिली हैं।