Alwar पेंशनर्स को लाभ नहीं मिल रहा है, भवन जर्जर हो रहे
करीब 16 साल पहले बना था: जन सहभागिता योजना के तहत इस वार्ड का निर्माण साल 2007-08 में कराया गया। इसके निर्माण का 30 प्रतिशत खर्चा पेंशनर्स ने और 70 प्रतिशत राज्य सरकार ने वहन किया था। इसके बाद साल 2016 में इसके विधिवत उद्घाटन के बाद मेडिकल रिलीफ सोसायटी ने इसका किराया भी निर्धारित किया था।
देखरेख के अभाव में हो रहा जर्जर
पेंशनर्स कॉटेज वार्ड में करीब 6 कमरे बने हुए हैं। इसके साथ ही रसोई व लैट-बाथ सहित मरीज के परिजनों के ठहरने के लिए भी व्यवस्था है। वहीं, इसको शुरू करने के लिए पूर्व में पेंशनर्स की ओर से तत्कालीन जिला कलक्टर मुक्तानंद अग्रवाल को मौका भी दिखाया गया था, लेकिन बाद में यह शुरू नहीं हो सका। फिलहाल यह भवन देखरेख के अभाव में जर्जर हो रहा है। पेंशनर्स कॉटेज वार्ड पेंशनर्स के हित के लिए बनाया गया था, लेकिन इसके विधिवत उद्घाटन के बाद भी इसे शुरू नहीं किया गया। इसे जल्द से जल्द शुरू किया जाना चाहिए।