Alwar परिषद ने शासन सचिवालय के अतिरिक्त आयुक्त को पत्र लिखकर इंजीनियर जांच दल को बताया झूठा
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नवंबर 2022 में अलवर जिला परिषद में पूर्व पंचायती राज मंत्री ने समीक्षा बैठक की थी। इस बैठक से दो दिन पहले राज्य स्तरीय जांच दल किशनगढ़बास, मुंडावर, बानसूर, बहरोड़, रामगढ़, लक्ष्मणगढ़, नीमराणा आदि जगह गया था। शिकायतों के आधार पर बनाई जा रही सड़कों की गुणवत्ता जांचने के लिए नमूने लिए जो जांच में फेल हो गए। वित्तीय अनियमितताएं पाई गईं। मंत्री ने जब बैठक ली तो जिम्मेदारों पर कार्रवाई करने से लेकर रकम वसूली के निर्देश दिए, लेकिन ये कार्य जिला परिषद आज तक नहीं कर पाई।
हालांकि पूर्व सीईओ की ओर से वसूली के लिए नोटिस जरूर जारी हुए मगर उनके जाने के बाद नए अफसरों ने दोषियों के बचाव के पूरे इंतजाम कर दिए और सरकार को चिट्ठी भी भेज दी। किसी सड़क की गुणवत्ता फेल होना इसलिए बताया गया था कि उस समय बारिश हो गई थी। नमी आ गई थी तो किसी के कुछ अन्य उदाहरण दिए गए हैं। ग्राम पंचायत किथूर में इंटर लॉकिंग सड़क मानकों में फिट नहीं पाई। सरकार को भेजी रिपोर्ट में परिषद ने कहा है कि उस समय टाइल्स फ्रेश थी और मॉइश्चर कंटेंट की मात्रा अधिक थी। अब जांच पर गुणवत्ता ठीक है।
ग्राम पंचायत लंगडवास के गांव तीतरका में इंटरलॉकिंग सड़क का सैंपल फेल पाया। मंत्री ने इस काम पर संपूर्ण राशि वसूली के आदेश दिए थे। रिपोर्ट में लिखा है कि जांच से 3 दिन पहले बारिश हुई और मॉइश्चर कंटेंट ज्यादा था। अब सड़क ठीक है व जन उपयोगी है। ग्राम पंचायत लंगडवास के ही ग्राम तीतरका में सांसद कोष से बनी एक सड़क का सैंपल फेल पाया गया था। मंत्री ने इस काम पर वसूली के निर्देश दिए थे। परिषद ने अब रिपोर्ट में लिखा है कि वर्तमान में यह सड़क भी जन उपयोगी है और गुणवत्तापूर्ण है।