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Alwar ओपन बोर्ड के छात्र अब घर बैठे मार्कशीट प्राप्त कर सकेंगे, राहत

 
Alwar ओपन बोर्ड के छात्र अब घर बैठे मार्कशीट प्राप्त कर सकेंगे, राहत
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर  प्रदेश में शिक्षा विभाग विद्यार्थियों को बेहतर सुविधा मुहैया करने में जुटा हुआ है। अब तक ओपन बोर्ड से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को परीक्षाओं और अंकतालिका के लिए इधर-उधर भटकना पड़ता था, लेकिन अब विद्यार्थियों के लिए विभाग ने द्वार खोल दिए हैं। विद्यार्थियों के लिए डिजिलॉकर की सुविधा शुरू कर दी है। इसमें ओपन बोर्ड कक्षा 10 व कक्षा 12 के विद्यार्थियों को परीक्षाओं की समय सारणी और अंकतालिका मिल सकेगी। विभाग ने ओपन बोर्ड की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के सत्र 2015 से लेकर 2023 तक परिणाम की अंकतालिकाओं को अपलोड कर दिया है। इसे विद्यार्थी अपनी एसएसओ आईडी के माध्यम से देख सकते हैं।

विद्यार्थियों की पढ़ाई के लिए 15 दिन का लगता है शिविर : ओपन बोर्ड से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के लिए शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन व्यक्तिगत परामर्श शिविरों को आयोजित किए जाने की तैयारियां की जा रही हैं। प्रदेश और जिले में प्रतिवर्ष स्टेट ओपन स्कूल से माध्यमिक और उच्च माध्यमिक कक्षाओं में दाखिला लेने वाले हजारों विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम की जानकारी, परीक्षा पैटर्न व विषयवार प्रशिक्षण के लिए 15 दिवसीय कक्षाएं आयोजित की जाती हैं। इसके बाद विद्यार्थियों की परीक्षा ली जाती है।

इस प्रकार से रहा विद्यार्थियों को आंकड़ा : माध्यमिक शिक्षा के डिजिलॉकर का उपयोग स्टेट ओपन और सामान्य पढ़ाई करने वाले कर सकते हैं। सत्र 2023 में जिले में पढ़ाई करने वाले कक्षा 10 व कक्षा 12 के विद्यार्थियों की संख्या एक लाख 18 हजार 155 है। इसमें कक्षा 10 में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों की संख्या 59 हजार 720 है तथा कक्षा 12 में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों की संख्या 58 हजार 435 रही। इनका डेटा ऑनलाइन कर दिया गया है। ओपन बोर्ड से पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों के सत्रांक परीक्षाओं के आधार दिए जाते हैं। डिजिलॉकर से विद्यार्थियों को राहत मिलेगी। विद्यार्थियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल की ओर से सभी सरकारी स्कूलों के संस्था प्रधानों को सभी विद्यार्थियों की एसएसओ आईडी अपडेट करने के आदेश जारी किए गए हैं। आईडी अपडेट नहीं होने की स्थिति में विद्यार्थियों को सत्रांक के लाभ से वंचित रहना पड़ सकता है। बताया जाता है कि कक्षा 10 व कक्षा 12 के विद्यार्थियों के लिए सत्रांक के पूर्णांक 10 फीसदी निर्धारित हैं तथा कक्षा 12 उत्तीर्ण होने के लिए सैद्धान्तिक सत्रांक एवं प्रायोगिक परीक्षा में अलग-अलग 33 फीसदी अंक लाना अनिवार्य है।