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Alwar सरिस्का में बाघ संरक्षण का बनेगा नया प्लान 10 साल में टाइगर की संख्या होगी 100 के पार

 
Alwar सरिस्का में बाघ संरक्षण का बनेगा नया प्लान 10 साल में टाइगर की संख्या होगी 100 के पार
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर सरिस्का टाइगर रिजर्व के बाघ संरक्षण प्लान की मियाद खत्म हो गई है। अब अगले 10 साल में बाघों के संरक्षण के लिए नया प्लान तैयार होगा। यह काम ग्लोबल टाइगर फोरम (जीटीएफ) को दिया गया है। इस फोरम में टाइगर विशेषज्ञों की बड़ी तादाद है, जो सरिस्का का भ्रमण करके करीब 6 माह में प्लान तैयार करेंगे। माना जा रहा है कि सरिस्का में अगले 10 सालों में 50 से ज्यादा टाइगर और बढ़ सकते हैं।

इस तरह बढ़ेंगे बाघ : सरिस्का वर्ष 2005 में बाघविहीन हो गया था। सरकार ने बाघ संरक्षण के लिए कदम बढ़ाया। वर्ष 2012 में एक बाघ व एक बाघिन का सरिस्का में प्रवेश हुआ। इनका पूरा संरक्षण किया गया। वर्ष 2014 में दो शावक देखे गए। इस तरह संख्या बाघों की 4 हो गई। खुशखबरी आई तो सरिस्का ने बाघ संरक्षण प्लान-2024 तैयार करवाया। यह प्लान काफी काम आया।

हालांकि जिस गति से बाघों की संख्या बढ़नी थी, वह नहीं बढ़ी, लेकिन 10 साल में 4 से बढ़कर बाघों की संख्या 43 पहुंच गई है। यानी 10 साल में 39 बाघ बढ़े। इसी तरह लक्ष्य तय किया जा रहा है कि 10 वर्ष में करीब 50 बाघ और बढ़ें। लक्ष्य ये भी रखा गया कि कुल बाघों की संख्या वर्ष 2034 तक सौ के पार हो जाए। सरिस्का टाइगर रिजर्व तीन माह बाद मंगलवार को खुलने जा रहा है। पहले दिन एक हजार से ज्यादा पर्यटकों के पहुंचने की संभावना है। बड़ी संख्या में ऑनलाइन टिकट बुकिंग हुई हैं। पहले दिन रोस्टर के हिसाब से सरिस्का में 35 जिप्सियां पर्यटकों को भ्रमण कराने के लिए लगाई गई हैं। सरिस्का में भ्रमण दो शिफ्टों में होगा। सरिस्का प्रशासन ने अपने पीक सीजन के लिए सभी तैयारियां कर ली हैं।

मानसून सीजन के चलते सरिस्का जुलाई, अगस्त व सितंबर में बंद हो जाता है। बारिश के दौरान खराब हुए रास्ते सितंबर में ठीक किए गए। इस बार सरिस्का में पर्यटकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद की जा रही है। क्योंकि टाइगरों की संख्या बढ़कर 43 हो गई है। तीन माह में करीब 11 टाइगर बढ़े हैं। ऐसे में साइटिंग पर्यटकों के लिए आसान होगी। अन्य वन्यजीव भी यहां देखने को मिलेंगे। सरिस्का में भ्रमण के लिए पर्यटक सुबह 6.30 बजे से 10 बजे तक व दोपहर 2.30 बजे से 6 बजे तक जा सकेंगे। जिप्सियों के अलावा कैंटर भी हैं। पर्यटकों की संख्या बढ़ने पर सरिस्का प्रशासन वाहनों की संख्या में भी इजाफा करेगा।

यहां भी जिप्सियों को दिया एक्सटेंशन : 9 साल पुरानी जिप्सियों को जंगल से आउट कर दिया गया था, लेकिन जिप्सी की जगह जंगल में पर्यटकों को सैर कराने के लिए दूसरे वाहनों का विकल्प नहीं दिखा। ऐसे में रणथंभौर टाइगर रिजर्व ने अपनी जिप्सियों को एक साल का एक्सटेंशन दे दिया। उसी आधार पर सरिस्का प्रशासन ने भी यहां की जिप्सियों को एक साल का एक्सटेंशन दिया है। बता दें कि सरिस्का में करीब 55 जिप्सियां हैं, जिनमें करीब 25 जिप्सियां 9 साल पुरानी हैं। इनके आउट होने से पर्यटकों की सैर में बाधा आ सकती थी।