Alwar एनसीआर के झमेले में फंसे औद्योगिक क्षेत्र, सिर्फ एक को मिली मंजूरी

पटवारियों की हड़ताल से उलझा काम : कठूमर के ग्राम रूंध सोंकरी में 25.30 हेक्टेयर पर नया रीको औद्योगिक क्षेत्र बनाया जाएगा। इसके लिए कलक्टर ने रीको को जमीन आवंटित कर दी है, लेकिन पटवारियों की हड़ताल की वजह से काम अटका हुआ था। जल्द ही कब्जे की कार्रवाई शुरू की जाएगी। इसके लिए पटवारियों की टीम का गठन होगा।
अलवर में 10 औद्योगिक क्षेत्र
खैरथल-तिजारा व कोटपूतली-बहरोड़ को नया जिला बनाने के बाद बड़े औद्योगिक क्षेत्र नए जिलों में चले गए। भिवाड़ी में अंतरराष्ट्रीय कंपनियां और नीमराणा में जापानी जोन अलवर जिले से हट गए। इसके बाद अब अलवर रीको कार्यालय के अंतर्गत 10 औद्योगिक क्षेत्र हैं। इनमें छोटे-बड़े 1419 उद्योग संचालित हैं।बानसूर के ग्राम नीमूचाना एवं खोहरी में 407.05 हेक्टेयर, रैणी के ग्राम धौराला में 24.08 हेक्टेयर एवं मालाखेड़ा के ग्राम बरखेड़ा की 32.81 हेक्टेयर भूमि पर औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के लिए प्रस्ताव बनाकर एनसीआरपीबी को भेजा गया था। इसी प्रकार रामगढ़ के ग्राम मूनपुर करमला व रसगण की 230.30 हेक्टेयर एवं ग्राम बगड़ राजपूत की 44.90 हेक्टेयर भूमि पर नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने का प्रस्ताव भेजा गया था, जो अभी स्वीकृति के इंतजार में अटका हुआ है।औद्योगिक क्षेत्रों के लिए एनसीआरपीबी की मंजूरी का इंतजार है। कठूमर के ग्राम रूंध सोंकरी में कलक्टर ने रीको के नाम जमीन आवंटित कर दी है। यहां जल्द काम शुरू होगा।