Alwar प्रदूषण पर नियंत्रण करेगा नगर निगम, शहर की हवा होगी साफ
इस तरह बढ़ता है एक्यूआई: दिवाली की आतिशबाजी के बाद एक्यूआई लगातार बढ़ता है। साथ ही जिले के सटे हरियाणा के कुछ एरिया में पराली भी जलाई जाती है। इससे अलवर शहर का एक्यूआई 100 से 150 तक पहुंच जाता है, जो येलो अलर्ट में आता है। इसका मतलब है कि हवा सांस लेने लायक नहीं है। दूषित हो गई है। भिवाड़ी में यही एक्यूआई 300 पार भी पहुंच जाता है। वहां इसे नियंत्रित करने के लिए एंटी स्मॉग गन आदि का सहारा लिया जाता है। कुछ राहत भी मिलती है। हालांकि परिणाम अपेक्षाकृत नहीं होते।
एक मशीन पर्याप्त: एनसीआर एरिया में होने के चलते नगर निगम को प्रदूषण नियंत्रण के लिए एंटी स्मॉग गन का होना जरूरी है। इसकी मांग काफी समय से चली आ रही थी। अब इसे डीएलबी से मंजूरी मिल गई है। करीब एक करोड़ रुपए इस पर खर्च होगा। एक्सईएन खेमराज मीणा का कहना है कि शहर के लिए एक एंटी स्मॉग गन काफी रहेगी। यहां प्रदूषण अभी ज्यादा नहीं पहुंच रहा है। प्रदूषण से निपटने के लिए ये मशीन होगी कारगर, करीब एक करोड़ रुपए होंगे खर्च
इस तरह काम करेगी मशीन
एंटी स्मॉग गन मशीन नेबुलाइज्ड पानी की बारीक बूंदों का हवा में छिड़काव करती है। इसे पानी के टैंक से जोड़ा जाता है और हाई-प्रेशर प्रोपेलर के जरिए 50 से 100 माइक्रोन की छोटी बूंदों को हवा में फेंका जाता है। इससे धूल और प्रदूषण के कण अवशोषित होने लगते हैं।