Alwar नगर निगम शहर में साफ-सफाई पर 46 करोड़ रुपये खर्च करेगा
अब तक ये व्यवस्था : शहर को सफाई की दृष्टि से तीन जोन में बांटा गया है। एक ही फर्म के पास पिछले कई साल से सफाई का टेंडर चला आ रहा है। हालांकि टेंडर प्रक्रिया ऑनलाइन होती है। तीन जोन की सफाई पर अभी करीब 60 लाख रुपए प्रतिमाह खर्च हो रहे हैं। इसके ट्रंचिंग ग्राउंड का ठेका अलग से होता है। ये टेंडर किसी पार्षद के रिश्तेदार के पास बताया जा रहा है। निगम के पास 700 नियमित सफाई कर्मचारी हैं। इनके वेतन पर सालाना करीब 25 करोड़ रुपए खर्च होते हैं। इसी तरह 8 करोड़ रुपए सफाई आदि पर। कुल 33 करोड़ का खर्च साल में सफाई पर आता था। सफाई व्यवस्था इन संसाधनों में नहीं होने के चलते नगर निगम ने बजट बढ़ाया जो अब पास होने जा रहा है।
गारंटी लेनी होगी : पार्षद संजय कहते हैं कि शहर की सफाई व्यवस्था वर्तमान में किसी से छिपी नहीं है। हाल बेहाल है। सफाई का जो बजट बढ़ाया गया है उसके तहत लगता है शहर चकाचक हो जाएगा, लेकिन यह तभी हो पाएगा जब सफाई का काम प्रोफेशनल फर्म को मिलेगा। निगम ने बनाई शर्तों पर ठेका किया तो शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार आ सकता है। इसके लिए निगम के जिम्मेदारों को खुद सफाई की गारंटी देनी चाहिए। पार्षद विक्रम यादव का कहना है कि बजट पर बजट बढ़ाया जा रहा है। शहर के हाल बुरे हैं। कूड़े के ढेर लगे हैं। बोर्ड बैठक में सवाल उठाएंगे।
शहर दिखेगा साफ-सुथरा : नगर निगम आयुक्त मनीष कुमार कहते हैं कि सफाई व्यवस्था में वाहन आदि बढ़ाए जाएंगे। सफाई कर्मी रखे जाएंगे। न्यूनतम मजदूरी के मुताबिक पगार देनी है। वेतन, भत्तों पर राशि खर्च होगी। ऐसे में ये प्रस्तावित बजट है। जरूरी नहीं कि ये पूरा खर्च हो, टेंडर आदि कम रेट में छूटते हैं।