Alwar सांसद भूपेंद्र यादव बने कैबिनेट मंत्री, कार्यकर्ताओं ने बांटी मिठाई
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अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर NDA सरकार के शपथ ग्रहण में अलवर जिले के सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव फिर से मंत्री बन गए हैं। मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में भूपेंद्र यादव ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। उनका नाम आते ही बीजेपी के पार्टी कार्यालय पर नेता व कार्यकर्ताओं ने लड्डू बांटे और पटाखे चलाकर खुशी जताई। काफी संख्या में पार्टी के नेता व कार्यकर्ता दिल्ली भी गए थे। 10 साल के बाद में अलवर से केंद्र सरकार में मंत्री बनन वाले भूपेंद्र यादव हैं। इससे पहले बीजेपी के दो सांसद चुने गए। लेकिन उनको एनडीए में जगह नहीं मिली थी। बाबा बालकनाथ सबसे अधिक वोट से जीते थे। लेकिन वे पहली बार चुनकर गए थे। जानकारों का मानना है कि भूपेंद्र यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी व अमित शाह के बेहद करीबी हैं। जिसकी पुष्टि एनडीए की काेर कमेटी की बैठक में मंच संचालन के दौरान भी हुई। भूपेंद्र यादव ने ही मंच संचालन किया था। उसके बाद इस बात पर और बड़ी मुहर लगी कि भूपेंद्र यादव बीजेपी के चार बड़े चेहरों में शामिल हैं। अलवर से 2009 में सांसद रहे जितेंद्र सिंह यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे थे। उसके बाद 2014 व 2019 में बीजेपी के सांसद रहे हैं।
मंत्री नहीं बनते तो राष्ट्रीय अध्यक्ष बनना संभव
राजनीति के जानकार मान रहे हैं कि भूपेंद्र यादव को राज्य सभा सांसद रहते हुए कैबिनेट मंत्री बनाया था। अब उनका मंत्रिमंडल में आना तय है। फिर भी किसी कारण से मंत्री नहीं बने तो संघ की पृष्टभूमि से होने के कारण उनको राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बनाया जा सकता है। हालांकि राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा बाद में होनी है।
दिन भर लोग कयास लगाते रहे
अलवर के सांसद भूपेंद्र यादव को मंत्री बनाने की घोषणा का बेसब्री से इंतजार रहा। असल में अलवर की जनता ने भूपेंद्र यादव को इसी वजह से उम्मीद से वोट किया था। हालांकि उनका चुनाव कांटे का रहा। भूपेंद्र यादव केवल 48 हजार 282 वोट से ही जीत पाए थे। मतलब कांग्रेस के प्रत्याशी के बीच में उनका कड़ा मुकाबला रहा। इससे पहले बीजेपी अलवर सीट से करीब 3 लाख से अधिक वोट जीत चुकी थी। इस बार जीत का आंकड़ा 50 हजार वोट से कम रह गया है।