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Alwar महाशिवरात्रि के कार्यक्रम कल से शुरू, 9 मार्च को

 
Alwar महाशिवरात्रि के कार्यक्रम कल से शुरू, 9 मार्च को 

अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर  त्रिपोलेश्वर शिव शक्ति सेवा समिति के तत्वावधान में महाशिवरात्रि का 9 दिवसीय धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होगा। यह 9 दिवसीय महाशिवरात्रि पर्व 2 मार्च से शुरू होगा जो 10 मार्च तक चलेगा। कथावाचक आचार्य दीपक अवस्थी होंगे। समिति के अध्यक्ष मंदिर महंत जितेंद्र खेड़ापति बताया कि 2 मार्च को सुबह 11.15 बजे लाल दरवाजा गणेश मंदिर होप सर्कस पर गौरी गणेश पूजन एवं निमंत्रण दिया जाएगा। 3 मार्च को त्रिपोलिया महादेव मंदिर में दोपहर 12.15 बजे पौधों का वितरण किया जाएगा।

4 मार्च को सुबह 9.15 बजे सुभाष चौक पुराना कटला से मंगल कलश यात्रा शुरू होगी जो कथा स्थल राजर्षि अभय समाज पर पहुंचेगी। इस दिन दोपहर 1 बजे कथा प्रारंभ होगी। कथा का समापन 6 मार्च को होगा। 7 मार्च को शाम 4.15 बजे नगर भ्रमण कार्यक्रम होगा, जो जयकिशन क्लब से शुरू होकर त्रिपोलिया महादेव मंदिर तक पहुंचेगी। 8 मार्च को वरमाला महोत्सव होगा। महाशिवरात्रि पर बैंड वादन के साथ महाआरती रात्रि 9.15 बजे होगी। 9 मार्च को रात्रि 8:15 बजे महिला मंडल की ओर से मां पार्वती स्वागत एवं भजन संगीत का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। 10 मार्च की सुबह 10.15 बजे खप्पर एवं नाथ पूजा के साथ कार्यक्रम का समापन होगा।

संत मस्कीन गुरुद्वारे में समागम आज से, सजेगा कीर्तन दरबार

टेल्को चौराहा पर ज्ञानी संत मस्कीन गुरुद्वारे में तीन दिवसीय गुरमत समागम शुक्रवार से प्रारंभ होगा। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। संत मस्कीन के पौत्र अर्शप्रीत ने बताया कि शुक्रवार को सुबह 28 जनवरी को शुरू हुए पाठ का समापन होगा। इसके बाद कीर्तन दरबार सजाया जाएगा। इसमें देश विदेश से आई संगत प्रस्तुति देगी। कीर्तन दरबार शाम 4 बजे तक चलेगा। शाम को 6 बजे फिर से दरबार सजेगा। अगले दिन कवि सम्मेलन होगा। 3 मार्च को रैन सभाई कीर्तन होगा। 4 मार्च को प्रात: 6 बजे अमृतसर के स्वर्ण मंदिर से आए पंज प्यारे अमृतपान कराएंगे। इसी के साथ ही समागम का समापन होगा। इस दौरान सुबह व शाम को लंगर होगा। समागम में शामिल होने के लिए अमरीका, आस्ट्रेलिया, लंदन, न्यूजीलैंड सहित अन्य देशों के सिख समाज के लोग समागम स्थल पर पहुंच चुके हैं। आगामी दो दिनों में भी देश विदेश से संगत आने का दौर जारी रहेगा। इन सभी के रहने का इंतजाम समागम स्थल पर ही किया गया है। समागम स्थल पर विशाल पांडाल बनाया गया है। इसके साथ ही पांडाल में एलईडी स्क्रीन लगाई गई जिसमें संगत कीर्तन को देख व सुन सकेंगी। इसके साथ ही सीसी टीवी कैमरे आदि लगाए गए हैं ताकि संगत की सुरक्षा हो सके। समागम स्थल पर ज्ञानी संत मस्कीन की पुस्तकों की स्टॉल लगाई गई है। एंबुलेंस के साथ साथ पानी के टैंकरों का इंतजाम किया गया है। समागम स्थल पर वाहनों की पार्किंग का भी इंतजाम किया गया है।