Alwar Loksabha Election 2024 Result लोकसभा चुनावों की मतगणना में भाजपा कांग्रेस से इतने वोट आगे या कांग्रेस भाजपा से इतनी आगे या ये कैंडिडेट इससे इतना आगे
अलवर न्यूज़ डेस्क, चुनाव के नतीजे आने शुरू हो गए हैं. नतीजों के मुताबिक कांग्रेस के ललित यादव आगे चल रहे हैं. ललित यादव 8787 वोटों से आगे चल रहे हैं, जबकि बीजेपी के प्रत्याशी भूपेंद्र यादव 7431 वोटों से कड़ी चुनौती दे रहे हैं. राजस्थान की हाईप्रोफाइल लोकसभा सीट अलवर में इस बार केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. हरियाणा के रहने वाले भूपेंद्र यादव बीजेपी के टिकट पर मैदान में हैं. वहीं उनके मुकाबले के लिए कांग्रेस ने स्थानीय नेता ललित यादव को मैदान में उतारा था. आज रिजल्ट आने के बाद साफ हो जाएगा कि केंद्रीय मंत्री और ललित यादव के बीच कौन जीत का जश्न मनाएगा. इस सीट पर पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान हुआ था. इस चुनाव में चूंकि स्थानीय बनाम बाहरी की हवा खूब चली थी, इसलिए इस बार मतदान प्रतिशत में काफी गिरावट भी आई. यहां कुल 59.79 फीसदी मतदान हुआ था.
साल 2019 में बीजेपी ने इस सीट से महंत बालकनाथ को टिकट दिया था. वहीं कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह को मैदान में उतारा था. उस चुनाव में महंत बालकनाथ 7 लाख 60 हजार 201 वोट पाकर 3 लाख 29 हजार 971 वोटों के अंतर से जीत गए थे. जबकि अलवर राजघराने के महाराज जितेंद्र सिंह महज 4 लाख 30 हजार 230 वोटों पर सिमट गए थे. उस समय अलवर लोकसभा सीट पर 67.17 फीसदी यानी 12 लाख 68 हजार 477 वोटिंग हुई थी.
2014 में किसने की थी जीत दर्ज
इस लोकसभा सीट पर साल 2014 में बीजेपी के महंत चांदनाथ जीते थे. उन्होंने भी जितेंद्र सिंह को 2 लाख 83 हजार 895 वोटों से हराया था. हालांकि साल 2017 में महंत चांदनाथ का कैंसर की बीमारी की वजह से निधन हो गया था. इसके बाद इस सीट पर उपचुनाव कराए गए. इसमें पूर्व सांसद और कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. करन सिंह यादव जीत गए थे. उन्होंने बीजेपी के पूर्व सांसद जसवंत सिंह यादव को करीब 1 लाख 96 हजार वोटों से शिकस्त दी थी. इस सीट पर अब तक हुए लोकसभा के कुल 16 चुनावों में से 10 बार कांग्रेस पार्टी की जीत हुई है. वहीं 3 बार बीजेपी और एक बार जनता दल के खाते में भी यह सीट गई है. इस सीट पर भारतीय लोकदल और निर्दलीय प्रत्याशी भी 1-1 बार जीतने में सफल रहे है.
क्या कहता है जातीय समीकरण
अलवर लोकसभा सीट यादव बाहुल्य है. यहां यादव बिरादरी के मतदाताओं की संख्या करीब 17 फीसदी है. इसी प्रकार यहां अनुसूचित जाति के वोटर 12.5 फीसदी, मेव 12 फीसदी, जाट 7.5 फीसदी, ब्राह्मण 7 फीसदी, एसटी 7 फीसदी, राजपूत 6.5 फीसदी और गुर्जर 4 और सैनी 6-6 फीसदी हैं.
