Aapka Rajasthan

Alwar अगर रोडवेज को इलेक्ट्रिक बसें मिल जाएं तो उन्हें हर महीने 4 करोड़ रुपये की बचत होगी

 
Alwar अगर रोडवेज को इलेक्ट्रिक बसें मिल जाएं तो उन्हें हर महीने 4 करोड़ रुपये की बचत होगी
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर  इन दिनों बसों की कमी से जूझ रहा है। खासकर दिल्ली रूट के लिए बीएस-6 बसों का अभाव है। पिछले दिनों रोडवेज प्रशासन ने 500 इलेक्ट्रिक बसों की खरीद को मंजूरी दे दी है। मगर अलवर को एक भी बस नहीं मिल रही है। अगर रोडवेज प्रशासन अलवर को इलेक्ट्रिक बसें उपलब्ध करा दे तो हर महीने 4 करोड़ रुपए की बचत होगी।  अभी अलवर और मत्स्य डिपो से करीब 200 बसों का संचालन किया जा रहा है। इन बसों पर हर महीने सवा 4 लाख लीटर से ज्यादा डीजल की खपत हो रही है। एक बस करीब 5 किमी का एवरेज दे रही है। इस हिसाब से हर महीने करीब 4 करोड़ रुपए डीजल पर खपत हो रही है। अलवर डिपो में करीब सवा दो लाख और मत्स्य डिपो में करीब दो लाख लीटर डीजल की खपत हो रही है।

दिल्ली से लें सीख तो बचे करोड़ों रुपए

दिल्ली में करीब 1,650 इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं। दिल्ली में भारत के सभी शहरों में इलेक्ट्रिक बसों की संख्या सबसे ज्यादा है।

वैश्विक स्तर पर दिल्ली तीसरे स्थान पर है। यहां चलाई जा रही है लो-फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें एक बार चार्ज करने पर लगभग 250 किमी चलती हैं।

इनमें यात्रियों की सुरक्षा के लिए जीपीएस, सीसीटीवी, पैनिक बटन सहित अन्य फीचर्स उपलब्ध कराए गए हैं।

पर्यावरण प्रदूषण भी होगा कम

रोडवेज की ज्यादातर बसें पुरानी हैं। इस वजह से प्रदूषण ज्यादा फैलाती हैं। अगर इलेक्ट्रिक बसें मिलती हैं तो प्रदूषण में भी कमी आएगी। साथ ही, पैसा बचता है तो रोडवेज कर्मचारियों को वेतन-भत्ते भी समय पर मिल सकेंगे। पहले फेज में अलवर को इलेक्ट्रिक बसें नहीं मिलेंगी। अगर ये बसें हमें मिल जाएं तो हर महीने करोड़ों रुपए डीजल के बचाए जा सकते हैं।