Alwar पीएचईडी को लाखों रुपये दिए, फिर भी खरीदना पड़ रहा पानी

हर महीने लाखों रुपए के मंगा रहे टैंकर : जिला अस्पताल में प्रतिदिन करीब डेढ़ लाख लीटर पानी की जरूरत होती है। जबकि जलदाय विभाग अस्पताल को करीब 70-80 हजार लीटर पानी ही उपलब्ध करा पा रहा है। जानकारी के अनुसार जलदाय विभाग कुछ समय पहले तक अस्पताल को 60 से 65 हजार लीटर पानी ही उपलब्ध करा रहा था। इस बीच पिछले दिनों एमआरएस की बैठक में कलक्टर की ओर से जलदाय विभाग के अधिकारियों को अस्पताल में प्रतिदिन एक लाख लीटर पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद कुछ दिनों से विभाग करीब 70 से 80 हजार लीटर पानी उपलब्ध करा रहा है। फिलहाल अस्पताल में हर दिन करीब 6 से 8 पानी के टैंकर मंगवाए जा रहे हैं। इसी तरह मेडिकल कॉलेज में भी 4 से 5 पानी के टैंकर मंगवाकर काम चलाना पड़ रहा है।
अस्पताल में करीब 15 साल से पानी की समस्या बनी हुई है। इसके निराकरण के लिए पिछले साल जुलाई 2023 में भी अस्पताल प्रशासन ने जलदाय विभाग को बोरिंग के लिए 30. 98 लाख रुपए का भुगतान किया था, लेकिन जलदाय विभाग 3 महीने बीतने के बाद भी अस्पताल परिसर में बोरिंग के लिए भूमि चिन्हित नहीं कर सका। बाद में तत्कालीन जिला कलक्टर अविचल चतुर्वेदी के हस्तक्षेप के बाद अक्टूबर 2023 को जलदाय विभाग ने बोरिंग की राशि अस्पताल को वापस लौटा दी थी। इसके बाद विभाग को फिर से बोरिंग के लिए राशि दी गई थी। वहीं, मेडिकल कॉलेज में भी एमबीबीएस का दूसरा सत्र चल रहा है। यहां भी पानी की समस्या के निराकरण के लिए अभी तक कोई काम नहीं हो सका है। ऐसे में आगामी दिनों में तेज गर्मी बढ़ने के साथ अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में पानी की समस्या बढ़ने से परेशानी खड़ी हो सकती है।