Alwar 15वें वित्त आयोग में 6.50 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की जांच करेगी जिला पुलिस
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अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर जिला परिषद में 15वें वित्त आयोग के तहत ऑनलाइन पोर्टल पर फर्जीवाड़ा कर कामों की श्रेणियां बदलने और 6.50 करोड़ रुपए की स्वीकृतियां जारी करने की जांच अरावली विहार थाना पुलिस ने शुरू कर दी है। एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि इस मामले में तथ्य जुटाए जा रहे हैं। पिछले साल जून में ही इस फर्जीवाड़े का पर्दाफाश किया था। शिकायतकर्ताओं ने एक शिकायत अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक क्राइम दिनेश एमएन को भेजी थी। उसके बाद अलवर एसपी को यह परिवाद जांच के लिए मिला है। अरावली विहार थाना पुलिस इसकी जांच कर रही है और पत्र भी जारी किया है।
बताया जा रहा है कि जिला परिषद की ओर से कामों की जो सूची ऑनलाइन अपलोड की गई थी, उसके किसी भी पृष्ठ पर किसी भी अधिकारी कर्मचारी या जनप्रतिनिधि के हस्ताक्षर तक अंकित नहीं हैं। इसके बाद भी इसी सूची में दर्ज कामों की स्वीकृतियां जिला परिषद ने जारी कर दी थी। फर्जीवाड़ा करने वाले कर्मचारियों ने मिलीभगत करके सूची को ही बदल दिया। जिला कलक्टर कार्यालय के सतर्कता प्रकोष्ठ ने भी दो पत्र जारी करके जिला परिषद से इस फर्जीवाडे की तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन जिला परिषद ने मामला दबा दिया।
स्वच्छता की श्रेणी से होने वाले कार्यों में सीसी सड़कें, श्मशान घाट का विकास कार्य, सोलर पंप सेट निर्माण, सिंगल फेज बोरिंग आदि दिखाए हैं। पेयजल श्रेणी में नाला निर्माण, स्कूल में बाउंड्रीवाल, प्रकाश व्यवस्था के लिए एलईडी, पुलिया निर्माण, सीमेंट पाइप लाइन आदि कार्य पास किए गए हैं। शिक्षा श्रेणी में महज एक काम पास हुआ है, वह भी रोड लाइट का। यानी ऑनलाइन किए गए फर्जीवाड़े में स्वच्छता के काम पेयजल में शामिल कर दिए गए और पेयजल के कार्य स्वच्छता में।