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Alwar श्रमिकों को काम देने में जिला फिसड्डी, सिर्फ 19 हजार को मिला रोजगार

 
Alwar श्रमिकों को काम देने में जिला फिसड्डी, सिर्फ 19 हजार को मिला रोजगार
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर केंद्र सरकार मनरेगा योजना चला रही है लेकिन इसका विकास जिले में नहीं हो पा रहा है। कई माह से मनरेगा मजदूरों को रोजगार देने का आंकड़ा नहीं बढ़ पा रहा है। फरवरी में 19411 मजदूरों को काम दिया गया जबकि जॉबकार्ड धारक करीब 1.50 लाख हैं। काम देने का आंकड़ा क्यों नहीं बढ़ पा रहा? इसकी तह तक जिला परिषद जाने की कोशिश नहीं की है। हालांकि दूसरे राज्यों में जाकर मजदूर काम करने की बात जरूर सामने आ रही है। कुछ मजदूर फसल कटाई में लगे हैं। वहां उनको पगार ज्यादा मिल रही है।

मनरेगा योजना के तहत सबसे अधिक रोजगार कोरोना काल में मजदूरों को मिला। तमाम अन्य लोगों ने भी काम मांगा। उस समय आंकड़ा 80 हजार से ज्यादा पहुंच गया लेकिन उसके बाद गिरावट आती गई। पिछले चार माह से आंकड़ा 19 से लेकर 21 हजार तक ही पहुंच रहा है। ग्रामीण इलाकों के कार्यालयों से जिम्मेदार कह रहे हैं कि जो भी मजदूर काम मांग रहा है, उन्हें दिया जा रहा है। वर्तमान के आंकड़े बता रहे हैं कि दो हजार से ज्यादा मजदूरों को काम बानसूर, राजगढ़ व थानागाजी में ही दिया गया है। बाकी ब्लॉक काम देने में काफी पीछे हैं। एक अधिकारी का कहना है कि फसल कटाई के चलते मजदूर कच्चे कामों में कम हिस्सा ले रहे हैं। कुछ मजदूर दूसरे क्षेत्रों में मजदूरी के लिए गए हैं।

ब्लॉक का नाम दिया गया काम

बहरोड़ 1023

बानसूर 2456

गोविंदगढ़ 455

कठूमर 1113

किशनगढ़बास 1038

कोटकासिम 638

लक्ष्मणगढ़ 567

मालाखेड़ा 766

ब्लॉक का नाम दिया गया काम

मुंडावर 1333

नीमराणा 874

रैणी 1771

राजगढ़ 2138

रामगढ़ 981

थानागाजी 2769

तिजारा 877

उमरैण 612