Aapka Rajasthan

Alwar जिला अस्पताल 14 दवा वितरण केन्द्रों पर 19 पारियों में 27 फार्मासिस्ट

 
Alwar जिला अस्पताल 14 दवा वितरण केन्द्रों पर 19 पारियों में 27 फार्मासिस्ट
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर प्रदेश में फार्मासिस्ट की भर्ती प्रक्रिया काफी समय से अटकी हुई है। इससे सरकारी अस्पतालों की चिकित्सा सेवाएं भी प्रभावित हो रही है। अलवर सहित प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में 4 हजार 149 निशुल्क दवा वितरण केन्द्र संचालित हैं। इन पर सिर्फ 2 हजार 238 फार्मासिस्ट ही नियुक्त है। ऐसे में बड़ी संख्या में अस्पतालों में निशुल्क दवा वितरण केन्द्र या तो बंद रहते हैं अथवा नर्सिंगकर्मी मरीजों को दवाएं दे रहे हैं। वहीं, नियमानुसार किसी भी मरीज को दवा देने के लिए फार्मासिस्ट का होना जरूरी है।

वार्डों में भी फार्मासिस्ट की व्यवस्था नहीं: राजस्थान के पड़ोसी प्रदेश हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में दवा वितरण केन्द्रों के अलावा भर्ती वार्डों में भी मरीजों को दवाएं देने के लिए फार्मासिस्ट लगाए हुए हैं। जबकि राजस्थान के अस्पतालों के वार्डों में नर्सिंगकर्मी ही दवाएं दे रहे हैं। दवा वितरण केन्द्रों पर भी पर्याप्त फार्मासिस्ट उपलब्ध नहीं है।

दवा वितरण केन्द्रों के लिए ये हैं नियम: नियमानुसार प्रत्येक दवा वितरण केन्द्र पर एक फार्मासिस्ट, एक कम्प्यूटर ऑपरेटर और एक हेल्पर उपलब्ध होना चाहिए। इसके अनुसार एक फार्मासिस्ट 120 से 150 मरीजों को दे सकता है। इसका मुख्य कारण यह है कि मरीजों का दबाव कम होगा तो फार्मासिस्ट मरीजों को अच्छे से दवा से संबंधित जरूरी जानकारी समझा सकेगा। वहीं, अलवर के जिला अस्पताल के प्रत्येक दवा वितरण केन्द्र पर 300 से अधिक मरीज हर दिन दवा लेने के लिए आ रहे हैं।

अलवर में 218 दवा वितरण केन्द्र: अलवर जिले के सरकारी अस्पतालों में कुल 218 नि:शुल्क दवा वितरण केन्द्र संचालित है। इसमें से जिला अस्पताल में 14 दवा वितरण केन्द्र चल रहे हैं। इसके लिए 19 पारियों में 28 फार्मासिस्ट की व्यवस्था है। वहीं, आंकड़ों के अनुसार जिला अस्पताल की ओपीडी में एक साल में करीब 10 लाख मरीज उपचार के लिए आते हैं। इसमें बड़ी संख्या में ऐसे मरीज भी शामिल हैं जो एक पर्ची से कई बार दवा लेते हैं।