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Alwar गाय का मांस बेचने वाले तस्कर जंगल छोड़कर भागे, पुलिस तलाश में जुटी

 
Alwar गाय का मांस बेचने वाले तस्कर जंगल छोड़कर भागे, पुलिस तलाश में जुटी 

अलवर न्यूज़ डेस्क,अलवर में गौ तस्करी और गौकशी का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने जंगलों में छापे मारी की। पुलिस टीमें किशनगढ़बास क्षेत्र के रूंध गिदावड़ा में पहुंची तो वहां गायों की हड्डियां मिलीं। मामला सामने आने के बाद बीफ मंडी लगाने वाले तस्कर फरार हो चुके हैं। रविवार सुबह जयपुर रेंज आईजी उमेश चंद्र दत्ता और खैरथल-तिजारा एसपी सुरेंद्र ​सिंह मौके पर पहुंचे थे। यहां गौवंश के अवशेष देख वे खुद चौंक गए थे। आईजी ने किशनगढ़बास थाने के पूरे स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया। ऑपरेशन करते हुए इस पूरे मामले का खुलासा किया था, जहां खुलेआम तस्कर गायों का मांस होम डिलीवरी करने तक की बात कह रहे थे। मामला उजागर होने के बाद किशनगढ़बास डीएसपी सुरेश कुडी और थाना प्रभारी दिनेश मीणा के नेतृत्व में पुलिस ने रूंध गिदावड़ा और बिरसंगपुर में 10 किलोमीटर में घरों और जंगल में बने ठिकानों पर दबिश दी। खैरथल-तिजारा एसपी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि 20 से 25 लोगों के खिलाफ नामजद गौकशी का मुकदमा दर्ज किया गया है। बीहड़ में इनकी तलाश की, लेकिन वह भाग गए। दर्जनभर से अधिक बाइक और पिकअप भी बरामद की है।

विहिप ने डीएसपी कार्यालय घेरा

मामला सामने आने के बाद विश्व हिंदू परिषद सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों ने किशनगढ़बास में डीएसपी कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया था। साथ ही गौ तस्कर और गौकशी में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी। कार्यकर्ताओं ने किशनगढ़बास और खैरथल थाने में कुछ पुलिसकर्मियों पर गौकशी काे बढ़ावा देने का आरोप लगाया था। डीएसपी सुरेश कुडी ने भरोसा दिलाया था कि मामले में शामिल पुलिसकर्मियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हाेगी।

पंचायत में लिया गौकशी बंद करने का निर्णय, फिर भी नहीं माने तस्कर

रूंध गिदावड़ा जंगल में गौकशी के विरोध में सितंबर 2023 में जलसे के बाद पंचायत हुई। इस पंचायत में विशेष समुदाय के लाेगाें ने गौकशी पर नाराजगी जताते हुए इसे पूरी तरह बंद करने का फरमान जारी किया। गौकशी से जुड़े लाेगाें काे पाबंद भी किया। नाम नहीं छापने की शर्त पर बिरसंगपुर के एक ग्रामीण ने बताया कि पंचायत के निर्णय के बाद तीन महीने तक गौकशी पूरी तरह बंद रही, लेकिन अब फिर शुरू हो गई है। ये लोग हमला करने से भी नहीं चूकते। इसी डर के चलते काेई भी विरोध करने का साहस नहीं जुटा पाता। क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को भी गौकशी पर रोक लगाने को ज्ञापन दिए, लेकिन जनप्रतिनिधि और पुलिस मामले काे दबाए रहे।

बीफ मंडी पहुंचे आईजी

मामला सामने आने के बाद रविवार को जयपुर रेंज आईजी उमेशचंद दत्ता ने किशनगढ़बास थानाधिकारी दिनेश मीणा समेत 38 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। जबकि 4 बीट कॉन्स्टेबल को निलंबित किया गया है। सालों से चल रही बीफ मंडी के मामले में जांच के आदेश भी दिए हैं। खैरथल-तिजारा जिले से बाहर के एएसपी स्तर के अधिकारी को जिम्मा दिया गया है। रविवार रात करीब 9 बजे आईजी दत्ता ने पत्रकारों को बताया कि मामला गंभीर है। जांच पूरी होने तक किशनगढ़बास थाने का पूरा स्टाफ लाइन हाजिर किया है। घटना स्थल पर मिले गौकशी के सबूतों का वैज्ञानिक परीक्षण कराया जा रहा है। प्रकरण की तह तक जाएंगे। गौकशी में लिप्त गिरोह की पहचान कर ठोस कार्रवाई की जाएगी। रूंध गिदावड़ा में काॅबिंग ऑपरेशन लगातार जारी है। एसपी स्तर के अधिकारियों काे अलग-अलग टास्क दिए हैं। गौकशी की जांच बहरोड-कोटपूतली जिले के एएसपी नेमीचंद काे दी गई है।

गौकशी का सबसे बड़ा अड्डा है रूंध गिदावड़ा

अभी तक की पड़ताल में सामने आया है कि किशनगढ़बास का रूंध गिदावड़ा गौकशी का सबसे बड़ा अड्डा है। यहां पर राजस्थान के विभिन्न जिलों के अलावा हरियाणा से भी गौवंश लाए जाते हैं। यहां उनकी हत्या कर मंडी लगाकर बीफ बेचा जाता है। फिर उसे मेवात इलाके में सप्लाई करते हैं। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने बताया कि भाजपा के राज में गौकशी की घटना शर्मनाक है। जब हमारी सरकार थी तब अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए खैरथल और भिवाड़ी में एसपी बिठा दिए, लेकिन भाजपा सरकार ने खैरथल एसपी का पद खाली कर दिया और चार्ज भिवाड़ी एसपी काे सौंप दिया। ऐसी स्थिति में अपराध ताे बढ़ेंगे ही। बिना पुलिस की मिलीभगत के ये संभव नहीं है। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।

इसमें शामिल अधिकारी और नेताओं के घर ​बुलडोजर चले पीसीसी सचिव बलराम यादव ने कहा- गौकशी की घटनाओं में भाजपा नेता ही शामिल हैं। सरकार गौकशी के मामले में शामिल अधिकारी और नेताओं के घरों पर बुलडोजर चलाए ताकि क्षेत्र में गौकशी बंद हाे सके। गौकशी की घटनाओं काे भाजपा नेताओं ने हवा देकर चलवाया। पुलिस की मिलीभगत से गौकशी का नेटवर्क चल रहा है। इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।

आरोपियों को कांग्रेस का संरक्षण

विधायक बाबा बालकनाथ ने कहा- कांग्रेसियों काे झूठ बोलना ही आता है। इन्हीं की सरकार में गौकशी शुरू हुई और आरोपियों काे इन्हीं का संरक्षण मिला हुआ है। इनका अभी चश्मा उतरा नहीं है। गौकशी करने वालों काे किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा। एक-दाे दिन में सभी आरोपी सलाखों के पीछे हाेंगे। मैं भी जल्द ही माैके का दौरा कर हालात का जायजा लूंगा। पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इतनी खोपड़ी मिली गिनती नहीं कर सकते पूर्व विधायक बनवारी लाल सिंघल ने कहा- ये बीहड़ चंबल से भी खतरनाक है। यहां जगह-जगह गायों की खोपड़ियां मिली हैं। इनकी गिनती करना भी आसान नहीं है। कुत्ते गड्ढों काे खोद रहे थे, जिनमें खाल दबी हाेने की आशंका है। अलवर जिले में गौकशी का इतना बड़ा अड्डा दुर्भाग्य की बात है। इसमें शामिल लाेगाें काे किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ा जाएगा। छोटी-छोटी दुकानों पर सूचना का तंत्र विकसित किया हुआ है, जिनसे तत्काल मैसेज एक-दूसरे के पास पहुंच जाता है।