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Alwar निगम अफसर नहीं कर पाएंगे 'खेल', प्रशासक के पास जाएगी हर फाइल

 
Alwar निगम अफसर नहीं कर पाएंगे 'खेल', प्रशासक के पास जाएगी हर फाइल

अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर   प्रदेश के निकायों में फैला भ्रष्टाचार किसी से छुपा नहीं है। निचले स्तर के कर्मचारियों से लेकर उच्चाधिकारी कहीं न कहीं इस भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए हैं। अलवर नगर निगम भी इससे अछूता नहीं रहा। सरकार यहां चुनाव अभी नहीं करवा रही, ऐसे में जिला कलक्टर को प्रशासक बनाकर सरकार ने कहीं न कहीं भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का प्रयास किया है। कलक्टर को अलवर निगम की जिमेदारी मिलने से निगम अधिकारी अपने स्तर पर कोई फैसला नहीं कर पाएंगे। उन्हें हर काम के लिए प्रशासक यानि कलक्टर से अनुमति लेनी होगी।

जानकारों का कहना है कि चाहे निर्माण हो या फिर अन्य कार्य, उसमें अफसर खेल नहीं कर सकेंगे। हर फाइल प्रशासक कलक्टर आर्तिका शुक्ला तक जाएगी। पूर्व में कुछ खेल उजागर होने के बाद जिला कलक्टर ने खुद निगम के मामलों को गंभीरता से लिया। अब वह खुद प्रशासक हैं। निगम में मंगलवार को कई लोग पट्टों के लिए पहुंचे। उनकी ऑनलाइन फाइलें पास करने के निर्देश दिए गए। एक अधिकारी ने ऐसे लोग भी पकड़े, जो दूसरों का पट्टा लेने के लिए पहुंचे थे। ऐसे में अब अधिकारी संबंधित लोगों का नाम, पता आदि पूछने लगे हैं। जरूरत पड़ने पर आधार कार्ड भी दिखाना पड़ सकता है। साथ ही निगम कार्रवाई भी कर सकता है। निगम के एक अधिकारी ने संबंधित कार्मिकों को निर्देश दिए हैं कि सबसे पहले जिनकी फाइलें आई हैं, उनका निस्तारण किया जाए।

अवैध निर्माण पर रखी जाएगी नजर

शहर में बेतरतीब तरीके से अवैध निर्माण हो रहे हैं। आचार-संहिता की आड़ में कई निर्माण हुए। इसमें निगम कार्मिकों की मिलीभगत भी सामने आई है, लेकिन कलक्टर के प्रशासक बनने से अधिकारियों को नियमित रूप से अवैध निर्माणों पर नजर रखनी होगी। साथ ही सफाई, रोड लाइट जैसी मूलभूत समस्याओं को दूर करने की दिशा में काम करना होगा।