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Alwar आचार संहिता हटी, घूमेगा विकास का पहिया

 
Alwar आचार संहिता हटी, घूमेगा विकास का पहिया
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर लोकसभा चुनाव की आचार-संहिता हटने के साथ ही जिले में अटके विकास कार्यों को फिर रफ्तार मिलेगी। ओवरब्रिज से लेकर सड़क निर्माण, कन्वेंशन सेंटर, सीवर लाइन आदि के कार्य हो सकेंगे। फंसे टेंडर भी विभाग कर सकेंगे। हालांकि मानसून सिर पर है। ऐसे में निर्माण कार्यों पर फिर बारिश के कारण ब्रेक लगने की संभावना है। सितंबर 2023 से ही नए विकास कार्य ठप चल रहे हैं। विधानसभा चुनाव के चलते आचार संहिता अक्टूबर 2023 में लगी थी। करीब ढाई माह आचार संहिता चली। दिसंबर में आचार संहिता हटी। विभागों ने विकास प्रोजेक्ट बनाने शुरू किए, लेकिन टेंडर की प्रक्रिया नहीं हो पाई। क्योंकि मार्च में आचार संहिता लोकसभा चुनाव के चलते लग गई और फिर से प्रोजेक्ट फाइलों में बंद हो गए। इस तरह 9 माह में करीब 5 माह तक आचार संहिता ही रही। अब विभाग आगे की तैयारी में हैं।

पीडब्ल्यूडी को तीन ओवरब्रिज का निर्माण शुरू करना है। शहर के हसन खां मेवात नगर का टेंडर हो गया, लेकिन कार्य शुरू नहीं हो पाया था। ये कार्य 60 करोड़ की लागत से होगा। अफसरों का कहना है कि जल्द ही ये कार्य शुरू हो जाएगा।  सोडावास में भी करीब 40 करोड़ की लागत से ओवरब्रिज का निर्माण शुरू होना है। पीडब्ल्यूडी शहर के कई वार्डों में सीसी सड़कें बना रहा है। बीच में काम बंद हो गया था, जो अब पूरा हो सकेगा। इन सड़कों की संख्या करीब 10 है।

काली मोरी का अंडरपास नहीं बन पा रहा है। ये कार्य भी अब शुरू होगा।

यूआईटी विज्ञान नगर व शालीमार नगर कॉलोनी में सीवर लाइन नहीं डाल पा रही थी। ये कार्य शुरू हो जाएगा।

कन्वेंशन सेंटर का निर्माण भी नहीं हो पा रहा था। इसके लिए 23 करोड़ का प्रस्ताव बना था, जो अंबेडकर नगर में लागू होना था।

शहर की सड़कों पर डामर की परत बिछानी है। ये कार्य भी बारिश से पहले पूरा किया जाएगा।

यूआईटी को अपने कार्यालय के पास पार्किंग तैयार करनी है। ये कार्य भी अब हो सकेगा।

नगर निगम को शहर के 16 वार्डों में सीवर लाइन डालने का काम शुरू करवाना था, लेकिन आचार संहिता बाधा बन गई थी, ये कार्य भी अब शुरू हो सकेगा। ये कार्य 138 करोड़ की लागत से होना है। शुरूआत सीवर लाइन डालने की कहां से होगी, ये तय नहीं हो पाया है।

शहर की सड़कों का निर्माण भी निगम कराएगा। साथ ही होर्डिंग, बैनर आदि के टेंडर भी अफसर कर सकेंगे।