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Alwar भामाशाह ने सरकारी स्कूलों को दिए 1.38 करोड़ रुपए

 
Alwar भामाशाह ने सरकारी स्कूलों को दिए 1.38 करोड़ रुपए
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर राजस्थान के डोनेट टू ए स्कूल के माध्यम से हर माह भामाशाहों से सरकारी स्कूलों को लाखों रुपए का दान मिल रहा है। शिक्षा विभाग के ज्ञान संकल्प पोर्टल के माध्यम से फरवरी माह में प्रदेश की सरकारी स्कूलों को 1 करोड़ 38 लाख 60 हजार 450 रुपए का दान मिला है। दान के मामले में प्रदेश में सबसे आगे चूरू जिला है, जिसे फरवरी में 18 लाख रुपए मिले हैं। अलवर जिले की स्कूलों को 3 लाख 92 हजार 671 रुपए का दान मिला है। सूची में अलवर 12वें स्थान पर है, जिले में 688 ट्रांजेक्शन हुए हैं। वहीं, प्रदेश में सबसे कम राशि सिरोही जिले को केवल 13 हजार 809 रुपए मिली है। इसके साथ ही सबसे अधिक ट्रांजेक्शन के मामले में डूंगरपुर जिला रहा है। इस जिले में 3 लाख 50 हजार 13 रुपए की राशि के लिए एक हजार 821 ट्रांजेक्शन हुए हैं। साथ ही, सबसे कम ट्रांजेक्शन सवाई माधोपुर जिले में केवल 68 हुए हैं। इन ट्रांजेक्शनों के लिए 12 लाख 39 हजार 302 रुपए राशि का दान मिला है।

स्कूल की मूलभूत आवश्यकता इस राशि से होती है पूरी : भामाशाहों की तरफ से दी जाने वाली राशि से प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पर्याप्त संख्या में कक्षा-कक्ष, खेल मैदान, फर्नीचर, खेलकूद सामग्री, विद्युत, स्वच्छ पेयजल, शौचालय सुविधा व कम्प्यूटर की उपलब्धता नहीं होती है। ऐसी स्थिति में भामाशाहों की ओर से मिलने वाली राशि का उपयोग करके स्कूल में सुख-सुविधाओं को विस्तार किया जाता है, जिससे स्कूल में पढ़ाई के लिए आने वाले विद्यार्थियों को कोई परेशानी नहीं हो।

शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार ज्ञान संकल्प पोर्टल में डोनेट टू ए स्कूल योजना के माध्यम से दानदाता देश में कहीं से भी स्कूल की सुविधाओं के विकास के लिए दान दे सकते हैं। इसकी शुरुआत 6 अगस्त 2017 को की गई थी। इस योजना में दान करने वालों को टैक्स में भी छूट मिलती है। अगर भामाशाह या दानदाता राशि के स्थान पर स्कूलों में विकास कार्य कराना चाहते हैं तो इसकी सुविधा भी इस योजना में मिलती है। सरकारी स्कूलों में दानदाताओं की ओर से मिलने वाली राशि का उपयोग स्कूलों में सौंदर्यकरण और सुविधाओं के लिया जाता है। ये राशि सीएसआर फंड की होती है। कार्यकारी एजेंसी ही स्कूल में निर्माण कार्य करवाया सकती है।