Alwar 10 हजार रुपये पाकर निराश हुए बाल वैज्ञानिक, मोहभंग
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अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने वाली इंस्पायर अवार्ड योजना में 10 हजार रुपए लेने के बाद विद्यार्थियों का मोहभंग हो रहा है। बुधवार को राजकीय बालिका उमावि देवीजी गली में शुरू हुई जिला स्तरीय इंस्पायर अवार्ड प्रदर्शनी में 351 बच्चों को भाग लेना था, लेकिन 143 ही शामिल हुए। ऐसे ही हालात पिछले वर्ष भी रहे थे। पिछले वर्ष 621 में से 240 बच्चे ही प्रदर्शनी में मॉडल लाए थे। बुधवार को शुरू हुई दो दिवसीय प्रदर्शनी में मुख्य अतिथि सीडीईओ नेकीराम थे और विशिष्ट अतिथि समसा एडीपीसी मनोज शर्मा थे। अध्यक्षता डाइट प्रधानाचार्य सुबे सिंह यादव ने की। अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी मुकेश किराड ने संस्था प्रधानों का आभार जताया।
राष्ट्रीय पर्यवेक्षक विराल चौधरी ने योजना के उद्देश्य बताए। बच्चों ने कृषि आधारित, स्वच्छता, बिजली बचत, सेंसर पर आधारित ट्रेफिक सुरक्षा, ऊर्जा के बचाव, जल संरक्षण व खेती की तकनीक सहित कई मॉडल प्रदर्शित किए। राज्य स्तरीय जूरी सदस्य राजेश मुखीजा ने बताया कि पहले दिन उपस्थित मॉडल्स का मूल्यांकन दो जूरी बनाकर विज्ञान विषय के प्रधानाचार्य स्तर के तीन-तीन सदस्यों से कराया गया। श्रेष्ठ 10 प्रतिशत विद्यार्थियों के प्रदर्शनों को राज्य स्तर के लिए चयन किया जाएगा। इससे पहले संयोजक व प्रधानाचार्य संगीता मीणा ने सभी का स्वागत किया। संचालन दीपा प्रधान व अंबिका जैन ने किया। यह था मकसद: भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग इंस्पायर अवार्ड योजना के तहत आईडिया देने के लिए कक्षा 6 से 10 तक के बच्चों को बेस्ट आईडिया पर 10 हजार रुपए उनके बैंक खाते में डालता है। इसके बाद उस पैसे से आइडिया का मॉडल तैयार कर प्रदर्शनी लगाई जाती है। ताकि बच्चे आगामी राज्य व राष्ट्रीय स्तर तक प्रदर्शन कर सकें।