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Alwar हनी ट्रैप में फंसे सीआई और कांस्टेबल को ब्लैकमेल कर हड़पे 96 लाख रुपए

 
Alwar हनी ट्रैप में फंसे सीआई और कांस्टेबल को ब्लैकमेल कर हड़पे 96 लाख रुपए

अलवर न्यूज़ डेस्क, डीग थानाधिकारी और जोबनेर थाने का कॉन्स्टेबल ही हनी ट्रैप के शिकार हो गए। दोनों ने महिला के जाल में फंसने के बाद करीब 96 लाख रुपए उसे दिए। पैसे की डिमांड बढ़ती गई तो पीड़ितों ने अलवर के अरावली विहार थाने में महिला सहित आठ लोगों के खिलाफ सोमवार को हनी ट्रैप का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया। एसपी आनंद शर्मा ने मंगलवार शाम पांच बजे मामले का खुलासा किया। एसपी ने बताया कि डीग थाने के सीआई और जोबनेर थाने के कॉन्स्टेबल ने सोमवार को अरावली विहार थाने में अलग-अलग रिपोर्ट दी थी। रिपोर्ट में बताया कि 2022 में अलवर की एक महिला के संपर्क में आए थे। इसके बाद महिला ने नंबर लेकर बातचीत करना शुरू कर दिया। एक बार खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर खिलाकर बहोश कर दिया। अश्लील फोटो और वीडियो बना लिए। फोटो-वीडियो शेयर करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और रुपए मांगने लगी।

सबूत के तौर पर चैटिंग, फोटो और वीडियो दिए

महिला को दोनों लंबे समय तक रुपए देते रहे। सीआई ने करीब 90 लाख रुपए दिए हैं, जिसमें से 50 लाख रुपए बैंकिंग ट्रांजैक्शन, ऑनलाइन और चेक से दिए हैं। यह पैसे जगह-जगह से उधार लेकर जुटाए। रिपोर्ट में उधार लेने के रुपए का रिकॉर्ड भी दिया। कॉन्स्टेबल ने करीब साढ़े 6 लाख रुपए दिए। दोनों पुलिसकर्मियों ने बतौर सबूत फोन चैटिंग, फोटो वीडियो पेश किए। महिला के साथ पूरा एक गिरोह काम कर रहा है। कुल 8 जनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार 6 से 7 मामले महिला पहले दर्ज करा चुकी है। जिनमें से तीन रेप, दो धारा 354 और पति पर 498 के मुकदमा दर्ज है।

ASI के खिलाफ रेप केस का मामला करवाया था मामला

कोतवाली और अरावली विहार थाना पुलिस ने मंगलवार को महिला के घर रेड डालकर कुछ सामान जब्त किया है। महिला अरावली विहार थाना क्षेत्र में रहती है, मूल रूप से भरतपुर जिले के डीग क्षेत्र की रहने वाली है। उससे पूछताछ की जाएगी। इसी महिला ने अरावली विहार थाने के एएसआई के खिलाफ 2 मार्च 2021 को रेप का मुकदमा दर्ज कराया था। महिला ने रिपोर्ट दी थी कि एएसआई ने उसे पत्नी बनाकर रखा और दो साल तक रेप किया। पुलिस जांच में एएसआई के खिलाफ जुर्म साबित होने पर पहले निलंबित किया। बाद में 10 साल की सजा भी हुई। अब पुलिस ने इस महिला से जुड़े अन्य मामलों का पता किया है।