Alwar में एक ही परिवार के सभी सदस्यों ने की आत्महत्या, लोगों में फैली सनसनी
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर में एक घर में पति-पत्नी और उनकी 5 साल की बेटी का शव मिला है। वहीं, दो साल की बच्ची गंभीर हालत में मिली। बताया जा रहा है कि दंपती ने आर्थिक तंगी की वजह से सामूहिक खुदकुशी की है। मामला जिले के तिजारा थाना क्षेत्र के मालियर जट्ट गांव में चाहत हाजी की ढाणी का है। डीएसपी मुनेश कुमार ने बताया- सुबह करीब 9 बजे चाहत हाजी की ढाणी में पति-पत्नी और बच्ची की मौत की जानकारी मिली थी। थाना अधिकारी कमलेश कुमार टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। घर के एक टीन शेड के कमरे में अब्दुल रिजवान (30) पुत्र अब्दुल गनी का शव चारपाई पर पड़ा था। दूसरे कमरे में रिजवान की पत्नी सुन्नती (28) और बेटी समरीन (5) का शव चारपाई पर पड़ा मिला। रिजवान ने फंदा लगाया था, जिसे पुलिस के आने से पहले परिजनों ने उतार कर चारपाई पर रख दिया था। मां-बेटी की डेडबॉडी के साथ ही 2 साल की बच्ची सन्ना बेहोश मिली। उसे परिजनों ने तिजारा अस्पताल से रेफर करवाकर अलवर जिला अस्पताल में भर्ती करवाया है। पत्नी और बच्ची को नशीली दवा का ओवरडोज दिया गया था, जिससे उनकी मौत हो गई। पुलिस ने घटनास्थल पर एफएसएल टीम बुलाकर सैंपल लिए। तिजारा अस्पताल में पोस्टमॉर्टम करवाकर तीनों के शव परिजनों को सौंप दिए गए। रिजवान के पिता अब्दुल गनी की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बड़े भाई की पत्नी पशुओं को चारा डालने आई तो पता चला
डीएसपी मुनेश कुमार ने बताया- चाहत हाजी की ढाणी निवासी अब्दुल गनी ने रिपोर्ट दर्ज कराई। इसमें बताया कि शुक्रवार सुबह उनका बेटा रिजवान फंदे से लटका मिला। उनकी बहू सुन्नती और पोती समरीन की भी मौत हुई है। रिजवान की शादी हरियाणा के अडवर गांव की सुन्नती से हुई थी। उनके 4 बेटी और एक बेटा है। गुरुवार रात को सुन्नती एक चारपाई पर सबसे छोटी बेटी सन्ना और समरीन के साथ सोई थी। दूसरी चारपाई पर बेटी सुम्मी (7) व फरीना (6) और बेटा सनीम (4) सोया हुआ था। रिजवान टीन शेड के कमरे में सोया हुआ था। उसमें दरवाजा नहीं है। दोनों तरफ खिड़कियां हैं। सुबह रिजवान के बड़े भाई की पत्नी पशुओं को चारा डालने के लिए आई तो अचानक उसकी नजर टीन शेड वाले कमरे में गई। उसमें रिजवान का शव लटका दिखा। यह देख उसने शोर मचाया। परिवार के अन्य सदस्य पहुंचे और पुलिस को सूचना दी।
आर्थिक तंगी से परेशान था
पिता अब्दुल गनी के मुताबिक, रिजवान एक प्राइवेट कंपनी में ड्राइवर का काम करता था, लेकिन काफी दिनों से बेटे की बीमारी के कारण नौकरी पर कम जाता था। कई अस्पतालों से बेटे का इलाज करवाया, पर तबीयत में सुधार नहीं हुआ। 8 तारीख को भी रिजवान बेटे को अलवर से दवाई दिलवा कर गांव लौटा था। रिजवान के पास पैसे नहीं होने के चलते वह अपने चार भाइयों से आर्थिक मदद मांगता था। उन सभी के पास कुल 5 बीघा जमीन है, जिस पर सामूहिक खेती करते हैं। ऐसे में उनका अपना गुजर-बसर करना मुश्किल होता है। आर्थिक तंगी की वजह से उनके घर में क्लेश रहता था। Mपुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि रिजवान ने मरने से पहले पत्नी और दो छोटी बेटियों को नशीली दवा की ओवरडोज दी है। इसके बाद वह फंदे से लटका है। हालांकि, मेडिकल रिपोर्ट आने से ही मौत का सही कारण पता चलेगा।