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Alwar में आयोजित शिविर में 64 लोगों को कृत्रिम हाथ लगाए गए

 
Alwar में आयोजित शिविर में 64 लोगों को कृत्रिम हाथ लगाए गए
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर रोटरी क्लब अलवर ग्रेटर व रोटरी क्लब जयपुर मेजेस्टी के सहयोग से रविवार को महावर धर्मशाला कुश मार्ग में निशुल्क कृत्रिम हाथ वितरित किए गए। लोगों ने हाथ लगवाने के बाद उससे पानी पीया तो चेहरे पर मुस्कान नजर आई।शिविर में अलवर सहित अन्य शहरों से भी लोग हाथ लगवाने के लिए पहुंचे। एनएन-4 फाउंडेशन अमेरीका की ओर से यह हाथ उपलब्ध कराए गए। इस दौरान हाथ लगवाने वाले लोगों के टूटे हुए और जले हुए हाथ की जांच की गई।  शिविर संयोजक अमित श्याम सुखा ने बताया कि शिविर के लिए 140 रजिस्ट्रेशन हुए, जिसमें 64 के ही हाथ लगाए गए। शेष के हाथ फिट नहीं बैठ पाए। कार्यक्रम के मुय अतिथि वनमंत्री संजय शर्मा थे। इस अवसर पर एमआईए ईएसआई अस्पताल के डीन असीमदास, मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल दिनेश सूद सहित अन्य प्रमुख लोग मौजूद रहे। शिविर में उन्हीं लोगों के हाथ लगाया गया, जिनके कोहनी से 4 इंच के आगे जिन व्यक्तियों के हाथ नहीं है या हाथ कट गया है।

सब्जी काटी, पेस्ट किया: कृत्रिम हाथ लगाने के बाद महिलाओं ने इससे सब्जी काटी, पेस्ट के लिए ब्रश भी उठाई। साथ ही हल्के सामान उठाना, चाय पीना व पैन से लिखने का भी काम किया। इस हाथ की तीन अंगुलियां काम करती है। इससे कप्यूटर चलाना, स्कूटर व कार चलाना भी संभव है। कृत्रिम हाथ मिलने के बाद जरुरतमंद बच्चों, महिलाओं और पुरुषों के चेहरे पर खुशी साफ नजर आ रही थी।

हाथ लगने के बाद वसीमा की पढ़ाई होगी: छोटी मेवणी गांव निवासी वसीमा जब मात्र दो साल की थी तो आग में गिरने के दौरान उसका एक हाथ जल गया। अब वह सातवीं की छात्रा है। एक हाथ के सहारे ही दैनिक काम करने में बहुत परेशानी होती है। अब कृत्रिम हाथ लगा तो बहुत खुश है।

अब काम आसान हो जाएंगे

केस -1

लक्ष्मणगढ़ से आए मुकेश कुमार ने बताया कि तीन साल पहले चारा काटने की मशीन से हाथ कट गया था। हाथ कटने के बाद एक हाथ के सहारे ही जिंदगी चल रही है। अब कृत्रिम हाथ मिला है तो खुशी हो रही है। मैंने कृत्रिम हाथ से बैग भी उठा लिया।

केस -2

बलदेवगढ़ से आई पार्वती ने बताया कि करीब डेढ साल पहले मशीन में हाथ आ गया था। यह मेरा सीधा हाथ था। इसलिए बहुत परेशानी हो रही थी। अब कैंप में हाथ लगवाया है। इससे दैनिक काम आसान हो जाएंगे।