Aapka Rajasthan

राजस्थान में गोहत्या में संलिप्तता के संदेह में SHO समेत 38 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर, 4 सस्पेंड

 
राजस्थान में गोहत्या में संलिप्तता के संदेह में SHO समेत 38 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर,  4 सस्पेंड

अलवर न्यूज़ डेस्क, खैरथल तिजारा जिले के किशनगढ़ बास स्थित रूंध गिदावडा के जंगलों में खुलेआम हो रही गोकशी के मामले में जयपुर रेंज के आईजी उमेश चंद दत्ता ने किशनगढ़ बास थाना प्रभारी सहित 38 पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया जबकि चार अन्य को निलंबित किया गया है. पूरे मामले की जांच जिले से बाहर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी को सौंप गई है. दो दिन पहले इस इलाके में बड़े पैमाने पर वह गोकशी और गोमांस बेचने का मामला उजागर हुआ था और उसके बाद सरकारी तंत्र में हड़कंप मच गया. जयपुर रेंज के आईजी उमेश चंद्र दत्ता इलाके में पहुंचे और खैरथल तिजारा, बहरोड कोटपूतली ,भिवाड़ी के एसपी के नेतृत्व में पुलिसकर्मियों ने बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया जिसमें कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है जिनसे पूछताछ की जा रही है.

एसपी के नेतृत्व में चल रहा सर्च ऑपरेशन 

रेंज के आईजी उमेश चंद्र ने बताया कि इस प्रकरण को गंभीर मानते हुए वहां से कुछ तथ्य और अवशेष एकत्रित किए हैं जिनका वैज्ञानिक परीक्षण किया जा रहा है. चार जिलों के एसपी के नेतृत्व में बड़ा सर्च ऑपरेशन किया गया. दबिश दी गई. कई लोगों को हिरासत में लिया गया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. उसके बाद प्रभावी कार्रवाई की जाएगी. अलग-अलग टीम बनाकर सभी को अलग-अलग टास्क दिए गए हैं जिसके परिणाम भी सामने आ रहे हैं.

'पुलिस की संलिप्तता की हो रही है जांच'

पुलिस की संलिप्तता के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की जा रही है. पूरे मामले की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी से इसकी जांच कराई जाएगी. जिस भी पुलिसकर्मी की इसमें लिप्तता पाई गई उसके खिलाफ कठोर और त्वरित कार्रवाई की जाएगी. किसी को बख्शा नहीं जाएगा . इस मामले में किशनगढ़ बास के पूरे थाने को लाइन हाजिर किया गया है साथ ही चार पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है. इस थाने में थानेदार सहित 38 पुलिसकर्मी तैनात हैं.

होम डिलीवरी हो रहा था गाय का मांस 
उन्होंने बताया कि किसी भी स्थिति में किसी को नहीं बख्शा जायेगा. यह बहुत गंभीर मामला है, इधर विश्व हिंदू परिषद सहित कई संगठनों ने किशनगढ़ बास में डीएसपी कार्यालय का घेराव किया. गौ-तस्कर और गौ-कशी में शामिल आरोपियों की

गिरफ्तारी की मांग की.  पुलिसकर्मियों पर गोतस्करी को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया. यहां सबसे बड़ी बात यह है कि यह इलाका मेवात से लगता हुआ है जहां गोकशी कर कर उसका मांस बेचा जाता है फिर उसे मेवात इलाके में सप्लाई किया जाता है.